हनुमान जी के पैरों में स्त्री बन कर रहते हैं शनिदेव

Tuesday, Jun 22, 2021 - 10:27 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Bhavnagar Sarangpur hanuman-mandir: गुजरात में भावनगर के सारंगपुर में हनुमान जी का एक अति प्राचीन मंदिर स्थित है जोकि कष्टभंजन हनुमान जी के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इस मंदिर में हनुमान जी के पैरों में स्त्री रूप में शनिदेव बैठे हैं। सभी जानते हैं कि हनुमान जी स्त्रियों के प्रति विशेष आदर और सम्मान का भाव रखते हैं। ऐसे में उनके चरणों में किसी स्त्री का होना आश्चर्य की बात है लेकिन इसका संबंध एक पौराणिक कथा से है। जिसमें बताया गया है कि आखिर क्यों शनिदेव को स्त्री का रूप धारण कर हनुमान जी के चरणों में आना पड़ा?

हमारे शास्त्रों में हनुमान जी और शनिदेव से जुड़े अनेकों प्रसंग हैं जो बताते हैं कि कैसे समय-समय पर हनुमान जी ने शनिदेव को ठीक किया। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार एक समय शनिदेव का प्रकोप काफी बढ़ गया था। शनि के कोप से आम जनता भयंकर कष्टों का सामना कर रही थी। ऐसे में लोगों ने हनुमान जी से प्रार्थना की कि वह शनिदेव के कोप को शांत करें। बजरंग बली अपने भक्तों के कष्टों को दूर करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और उस समय श्रद्धालुओं की प्रार्थना सुनकर वे शनि पर क्रोधित हो गए। 

जब शनिदेव को यह बात मालूम हुई कि हनुमान जी उन पर क्रोधित हैं और युद्ध करने के लिए उनकी ओर ही आ रहे हैं तो वे बहुत भयभीत हो गए। भयभीत शनिदेव ने हनुमान जी से बचने के लिए स्त्री रूप धारण कर लिया। शनिदेव जानते थे कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और वह स्त्रियों पर हाथ नहीं उठाते। हनुमान जी शनिदेव के सामने पहुंच गए। शनि स्त्री रूप में थे। तब शनि ने हनुमान जी के चरणों में गिरकर क्षमा-याचना की और भक्तों पर से शनि का प्रकोप हटा लिया। तभी से हनुमान जी के भक्तों पर शनिदेव की तिरछी नजर का प्रकोप नहीं होता है। शनि दोषों से मुक्ति हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं।

Niyati Bhandari

Advertising