Bharat Darshan Park: भारत दर्शन पार्क में कबाड़ से बनाई सुंदर चीजें, मंदिर से लेकर जुरासिक पार्क का ले सकेंगे मजा

Sunday, Feb 04, 2024 - 10:22 AM (IST)

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Bharat Darshan Park: लोगों में प्रसिद्ध हो चुके दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित नगर निगम द्वारा विकसित भारत दर्शन पार्क के दूसरे फेज के विस्तार का कार्य अंतिम चरण में है। जल्द इसका उद्घाटन होने वाला है। इस पार्क को 8.49 एकड़ जमीन पर विकसित किया जा रहा है, जिसमें से भारत दर्शन पार्क फेज-1 को 5.5 एकड़ पर बनाया गया है और बाकी 3 एकड़ जमीन पर पार्क के फेज-2 को विकसित किया जा रहा है।

यह पार्क ‘वेस्ट-टू-वैल्थ’ की अवधारणा पर आधारित है, जहां ऐतिहासिक स्मारकों की प्रतिकृतियों को कबाड़, स्क्रैप व खराब हो चुकी वस्तुओं से निर्मित किया गया है।

14 राज्यों से 17 स्मारक
दूसरे चरण में 14 राज्यों से 17 स्मारकों की नई प्रतिकृतियों के निर्माण द्वारा इस अवधारणा को आगे बढ़ा बढ़ाया जा रहा है। इसमें जिन स्मारकों व स्थानों की प्रतिकृतियां आकर्षण का केंद्र होंगी, उनमें लिंगा लेपाक्क्षी मन्दिर (आन्ध्र प्रदेश), जलियांवाला बाग (पंजाब), रंग भवन (असम), सिरपुर मन्दिर (छत्तीसगढ़), बेसिलिका ऑफ बोम (गोवा), कृष्ण-अर्जुन रथ (हरियाणा), मसरूर रॉक कट टेम्पल (हिमाचल प्रदेश), मार्तण्ड मन्दिर (जम्मू-कश्मीर), देवघर मन्दिर (झारखण्ड), पद्मानाभस्वामी मन्दिर (केरल),  द थिकसे मोनेस्ट्री (लद्दाख),  कंगला फोर्ट (मणिपुर),  ट्री ब्रिज (मेघालय), मिजो डांस (मिजोरम), नागा हाऊस (नागालैण्ड), रूममेट मोनेस्ट्री (सिक्किम) तथा उनाकोटी केव्स उनाकोटी (त्रिपुरा) शामिल हैं। इनके अतिरिक्त पार्क में अलग-अलग राज्यों के लजीज व्यंजनों के लिए फूड कोर्ट का भी निर्माण किया जा रहा है।

निगम द्वारा निर्मित शहीदी पार्क
बहादुर शाह जफर मार्ग पर अगस्त में तैयार भारत के पहले शहीदी पार्क में भारत माता की देश की पहली कबाड़ से बनी प्रतिकृति लगाई गई है। इतना ही नहीं, लोहे के कबाड़ से आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले बलिदानियों का भी चित्रण है। सवा 4 एकड़ में फैले इस पार्क को भारत का पहला मैदान संग्रहालय भी कहा जा रहा है क्योंकि यह पहला ऐसा प्रयोग है, जिसमें आजादी के आंदोलनों का वर्णन खुले आसमान के नीचे पार्क में लोहे के कबाड़ से बनी प्रतिकृतियों के माध्यम से दिखाया गया है। 16 करोड़ रुपए की राशि और 200 टन लोहे के कबाड़ से इसे बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि ‘वेस्ट टू आर्ट’ तकनीक पर निगम का यह तीसरा पार्क है। इससे पहले ‘वेस्ट टू वंडर’ और ‘भारत दर्शन पार्क फेज-1’ जैसे पार्क निगम बना चुका है।

जुरासिक पार्क के डायनासोर का दीदार
अभी तक विदेशी फिल्मों या कार्टून शो में बच्चे तरह-तरह के डायनासोर देखते रहे हैं, लेकिन अब दिल्ली में भी बच्चे ही नहीं, सभी वर्गों के लोग डायनासोर वाले जुरासिक पार्क का मजा ले सकेंगे। लोहे के स्क्रैप से तैयार हो रहे डायनासोर पार्क में डायनासोरों की कलाकृति को इस प्रकार तैयार किया जा रहा है, जो बच्चों को मजा भी देगा और डराएगा भी।

सराय कालेखां स्थित ‘वेस्ट टू वंडर पार्क’ के विस्तारित क्षेत्र में लोहे के कबाड़ से निर्मित देश का पहला डायनासोर पार्क इस साल तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण का लगभग 80 से 90 प्रतिशत काम हो गया है। बस कुछ दिन का इंतजार है, दिल्ली में डायनासोर के साथ ऐसे घूमना होगा, जैसे जुरासिक पार्क में हों। पार्क में लाइटिंग इफेक्ट भी कमाल का होगा, ताकि डायनासोर सजीव लगें। मुंह हिलाने तथा आवाज निकालने वाले डायनासोर बनाए जा रहे हैं, जिससे बच्चे अचंभित हुए बिना नहीं रह सकेंगे।     


 

Prachi Sharma

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