Bhanu Saptami 2023: कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए आज इस तरह करें ग्रहों के राजा को प्रसन्न

Sunday, Jul 09, 2023 - 11:29 AM (IST)

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Bhanu Saptami 2023: हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का दिन बहुत ही मायने रखता है। ये हर माह कृष्ण और शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है। आज के दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। भानु सप्तमी को रथ सप्तमी भी कहा जाता है। कहते हैं, जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्यदेव अशुभ फल दे रहे हों तो उन्हें आज के दिन व्रत रखकर सूर्य देव की उपासना जरूर करनी चाहिए। ऐसा करने से सूर्य मजबूत होता है और साथ ही मानसिक और शारीरिक परेशानियों से जल्द ही छुटकारा मिलता है। अगर आप भी समाज में मान-सम्मान प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं और शरीर को रोग मुक्त करना चाहते हैं तो इस विधि से करें पूजा-

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Significance of Bhanu Saptami भानु सप्तमी का महत्व: भानु सप्तमी को सूर्य सप्तमी, अचला सप्तमी, सूर्य रथ सप्तमी और आरोग्य सप्तमी भी कहा जाता है। कहते हैं भानु सप्तमी के दिन ही सूर्य देव अपने रथ पर पृथ्वी पर आए थे और अपने प्रकाश से संसार को प्रकाशित करना शुरू किया था। जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है आय, आयु, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

 

How to please Sun God on Bhanu Saptami भानु सप्तमी पर कैसे करें सूर्य देव को प्रसन्न
भानु सप्तमी के दिन सुबह उठकर पवित्र नदी के पानी के साथ स्नान करें। अगर ज्यादा नहीं कर सकते तो बस नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें और इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।

Donate as much as possible ज्यादा से ज्यादा दान करें: भानु सप्तमी के दिन दान करना बहुत शुभ होता है इसलिए सूर्य देव से जुड़ी चीजें दान करें जैसे तांबा, गेहूं, मसूर की दाल, गुड़ और लाल चदंन।

Chant Aditya Hriday Stotra आदित्य हृदय स्तोत्र का करें जाप: आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करने से सूर्य देव बहुत ही प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं। इसका पाठ करने से व्यक्ति को जीवन में बहुत जल्द सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं।

Chant these mantras today आज करें इन मंत्रों का जाप
एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते । अनुकम्पय मां देवी गृहाणा‌र्घ्यं दिवाकर।।
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥

अगर पूजा-पाठ या मंत्र जाप नहीं कर सकते तो सूर्य चालीसा का पाठ जरूर करें।


 

Niyati Bhandari

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