Bhanu Saptami: अगर रोग नहीं छोड़ रहे आपका पीछा तो आज करें ये पूजा

punjabkesari.in Sunday, Jun 25, 2023 - 07:33 AM (IST)

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Bhanu Saptami 2023: सनातन धर्म में भानु सप्तमी का बहुत ही खास महत्व है। भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से शारीरिक रोगों से मुक्ति मिलती है। भानु सप्तमी हर महीने शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मनाई जाती है। इस बार भानु सप्तमी हिन्दू पंचाग के अनुसार 25 जून यानी आज के दिन पड़ रही है। भानु सप्तमी के दिन से सूर्य ने संसार को प्रकाशित करना आरंभ किया था। इस सप्तमी को रथ सप्तमी भी कहा जाता है। इसके आलावा इसे अचला सप्तमी, सूर्य रथ सप्तमी और आरोग्य सप्तमी के नाम से भी जानते हैं।

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Significance of Bhanu Saptami भानु सप्तमी का महत्व
हिन्दू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित किया गया है। इस दिन सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि इस दिन जो लोग सूर्य देव जी की आराधना करते हैं, उन्हें त्वचा रोगों से राहत मिलती है। ज्योतिष भी कुंडली में सूर्य को मजबूत करने की सलाह देते हैं। जिसका सूर्य बलवान होगा, वह संसार में अच्छे और ऊंचे मुकाम को हासिल करता है। जिस भी क्षेत्र में जाए कामयाबी, उसके कदम चूमती है।

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Worship method of Bhanu Saptami  पूजा विधि
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सूर्य देव को नमस्कार करें। फिर नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें। सूर्य देव को तांबे के लोटे में जल भरकर अर्घ्य दें, आचमन कर सूर्य देव को जल में चावल, तिल, रोली और दूर्वा मिलाकर अर्पित करें। साथ ही इस सूर्य मंत्र का जाप करें।

Surya mantra सूर्य मंत्र- ऊँ घृणि सूर्याय नमः और ऊँ सूर्याय नम:

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अब सूर्य देव को गंध एवं फूल अर्पित करने के बाद धूप दिखाकर आरती करें और नैवेद्य चढ़ाएं। आसन बिछाकर सूर्य देव की छाया में बैठकर सूर्य चालीसा, सूर्य स्तुति, सूर्य स्त्रोत और सूर्य कवच का पाठ कर लें। अंत में आरती करने के बाद गरीबों अथवा जरूरतमंदों को दान दें।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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