भैरव कालाष्टमी के दिन इस एक मंत्र के जाप से मिलेगा हर ऐशो-आराम

Sunday, Jan 27, 2019 - 01:13 PM (IST)

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आज माघ महीने की अष्टमी तिथि यानि 27 जनवरी 2019 को कालाष्टमी व्रत किया जाएगा। ज्योतिष के अनुसार इस दिन कालभैरव का पूजन करना बहुत फलदायी माना जाता है। कालाष्टमी को भैरवाष्टमी के नाम से पूजा जाता है। कहते हैं जो कोई इनता पूजन सच्चे व शुद्ध भाव से करता है ये इनके जीवन से हर तरह के भय को दूर करते हैं और साथ ही उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। तो आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें और साथ ही जानते हैं इनके कुछ ऐसे मंत्र जिनके जाप से आपको इनकी कृपा प्राप्त हो सकती है।


जैसे कि सबको पता है कि  इस दिन यानि कालाष्टमी के दिन शिव जी के अंश कालभैरव की पूजा की जाती। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कालभैरव भगवान शंकर के क्रोध से उत्पन्न हुए थे। कुछ मान्यताओं के अनुसार इस दिन भैरव के साथ खास रूप से आद्यशक्ति मां दुर्गा की पूजा और व्रत करने का भी विधान माना जाता है।

नारद पुराण में भी कहा गया है कि कालाष्टमी के दिन कालभैरव और मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और हर मनोकामना पूरी हो जाती है। ज्योतिष के अनुसार अर्ध रात्रि में अगर इस रात को देवी महाकाली की पूजा और कुछ खास मंत्रों का जाप किया जाए तो शुभ फल प्रदान होते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि पूजा करने से पहले रात में माता पार्वती और भगवान शिव की कथा को पढ़ें या फिर किसी से सुन लें।
शिव पुराण के अऩुसार कालाष्टमी के दिन इन मंत्रों का जाप करना चाहिए-
ॐ अतिक्रूर महाकाय कल्पान्त दहनोपम् । भैरव नमस्तुभ्यं अनुज्ञा दातुमर्हसि ।।
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Jyoti

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