Bhadrapada Amavasya: आज करें ये उपाय, पलक झपकते ही मिलेगी हर परेशानी से मुक्ति

Thursday, Sep 14, 2023 - 07:25 AM (IST)

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Bhadrapada Amavasya: भाद्रपद अमावस्या होने के कारण आज का दिन बेहद ही खास है। इसे पिठोरी अमावस्या भी कहा जाता है। आज के दिन विधिपूर्वक स्नान-ध्यान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ खास उपाय करने से कारोबार, नौकरी और घर-परिवार में चल रही परेशानियों से निजात मिलता है। इसी के साथ ग्रह-नक्षत्रों से जुड़े दोष भी समाप्त हो जाते हैं। उपाय जानने से पहले जानते हैं कि क्यों कहा जाता है इसे पिठोरी अमावस्या और क्यों मनाई जाती है भाद्रपद अमावस्या ?



That is why it is called Pithori Amavasya इसलिए कहा जाता है पिठोरी अमावस्या
आज यानी भाद्रपद अमावस्या के दिन देवी दुर्गा समेत 64 देवियों की आटे की आकृति बनाकर पूजा की जाती है। पिठ का मतलब है आटा, इस कारण इसे पिठोरी अमावस्या कहा जाता है।

Why is Bhadrapada Amavasya celebrated क्यों मनाई जाती है भाद्रपद अमावस्या
मारवाड़ी लोग भाद्रपद अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। इसे मनाने के पीछे यह मान्यता है कि आज के दिन श्री हरि ने सभी व्यक्तियों को गुनाहों से छुटकारा देने का वरदान दिया था। मारवाड़ी लोगों का मानना है कि भादो अमावस्या के दिन सारी बुरी भावनाओं को दूर करते हुए प्रेम-प्यार के साथ एक नए जीवन की शुरुआत करनी चाहिए।

Remedies for Bhadrapada Amavasya भाद्रपद अमावस्या के अचूक उपाय
घर में धन-धान्य की बढ़ोतरी के लिए अमावस्या के दिन पूरे घर की साफ-सफाई करनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अमावस्या के दिन घर के किसी भी कोने को अंधेरे में न रहने दें। बल्ब या दिए से प्रकाशित करके रखें।



आज का दिन पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सबसे उत्तम है, उनके नाम का श्राद्ध एवं तर्पण करें। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो उनके नाम से अन्न, वस्त्र या फिर अपनी इच्छा अनुसार कोई भी चीज जरूरतमंदों को दान करें।

कुंडली में अगर शनि दोष है तो उसे दूर करने के लिए आज के दिन पीपल के पेड़ के नीचे जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं ।

भाद्रपद मास की अमावस्या के दिन तेल से चुपड़ी हुई रोटी किसी कुत्ते को खिलाएं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस उपाय को करने से शत्रुओं से जुड़ा भय दूर हो जाता है।

आज के दिन पूजा-पाठ, नाम जाप कुश के आसन पर बैठकर करना चाहिए।

Niyati Bhandari

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