कछुआ नहीं है ये, बंद किस्मत के ताले की चाबी है आज ही ले आएं घर

Thursday, Dec 05, 2019 - 12:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म से जुड़े लोगों को इस बात की जानकारी अच्छे से होगी कि श्री हरि यानि भगवान विष्णु ने के कुल 24 अवतार धारण किए थे। जिसमें से 1 है कच्छप अवतार। पौराणिक कथाओं के अनुसार नारायण के कूर्म अवतार को ही 'कच्छप अवतार' (कछुआ के रूप में अवतार) कहा जाता है। धार्मिक ग्रंथों में किए वर्णन के मुताबिक कूर्म अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुद्रमंथन के समय मंदार पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। इस प्रकार भगवान विष्णु, मंदर पर्वत और वासुकि नामक सर्प की सहायता से देवों एंव असुरों ने समुद्र मंथन करके चौदह रत्नोंकी प्राप्ति की। बता दें शास्त्रों में बताया गया है इसी समय भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप भी धारण किया था।

उपरोक्त बताई गई जानकारी को आप से सांझा करने का हमारा उद्देश्य है हिंदू धर्म में कछुआ के महत्व से अवगत करवाना। जी हां, क्योंकि श्री हरि में प्राचीन समय में कछुआ रूप धारण किया था, इसीलिए कच्छुए को पूजनीय माना जाता है। इसके अलावा वास्तु शास्त्र में भी कच्छुए को नेगेटिव एनर्जी को दूर करने वाला 1 विशेष यंत्र माना जाता है।

आज हम आपके लिए लाएं इसी से जुड़ी खास बातें जिसके द्वारा आप जान पाएंगे कि वास्तु के साथ-साथ इसका हिंदू धर्म में अधिक महत्व है।

एक तरफ़ जहां धार्मिक रूप से कछुआ सौभाग्यशाली माना जाता है, इसकी पूजा तक की जाती है। तो वहीं वास्तु शास्त्र में कछुआ के कई गुणों की व्याख्या की गई हैं, जो व्यक्ति को हर तरह से फायदा देते हैं। यही कारण है कि बहुत से लोगों को कछुआ पालने की इच्छा होती है। प्राचीन समय में राजाओं-महाराजाओं द्वारा इस घर में पाला जाता था। जिससे उन्हें अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं। परंतु आज के समय में इसे सरकार द्वारा बैन कर दिया है। जिस कारण इसे घर में नही पाला जा सकता है।

परंतु अगर आपके मन में इसी पालने जिज्ञासा है तो आपको बता दें आपकी ये इच्छा पूरी हो सकती है। ठहरिए ठहरिए इससे पहले कि आप कुछ सोचने लगे बता दें आप अपनी इस मनोकामना को वास्तु शास्त्र की मदद से पूरा कर सकता है। जी हां, वास्तु शास्त्र में उल्लेख के अनुसार घर में धातु का कछुआ लाने से भी वही शुभ फल प्राप्त होते हैं जो जीवित कछुआ को लाने से होते हैं। तो अगर अपने जीवन की परेशानियों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आगे जाने इसे घर में लाने के अनेकों लाभ-

वास्तु के अनुसार धातु के कछुआ को घर में रखने के लाभ:
वास्तु विद्वानों के अनुसार कछुआ को घर की उत्तर दिशा में रखना चाहिए। इसलिए कछुआ का चित्र व धातु का कछुआ हमेशा उत्तर दिशा की तरफ लगाएं। मान्यता है ऐसा करने से धन लाभ होता है साथ ही शत्रुओं का नाश होता है।

धातु के कच्छुए को रखने से घर के सदस्यों की उम्र लंबी होती है साथ ही साथ सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। बता दें इसे ऑफिस रखने से भी लाभ प्राप्त होता है।

घर-दुकान के मुख्याद्वार पर कछुए का चित्र लगाने से व्यापार में धन लाभ की प्राप्ति, सफलता मिलती है तथा घर से कलह-क्लेश एवं नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।

जिसकी कछुए की पीठ पर बच्चे भी हों, उसे संतान प्राप्ति के लिए खास माना जाता है। तो जिस दंपत्ति को संतान प्राप्ति न हो रही हो तो उन्हें अपने घर में ये रखना चाहिए।

कछुआ धन प्राप्ति का भी सूचक माना गया है,। जिस व्यक्ति को धन संबंधी परेशानी हो तो उसे क्रिस्टल वाला कछुआ लाना चाहिए।

नौकरी में तरक्की पाने के लिए या आए दिन परीक्षा की तैयारी करते रहते हैं तो अपने घर में पीतल का बना कछुआ लाएं।
 

Jyoti

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