Kundli Tv- गणपति के इस रूप की पूजा से मिलेंगे ढेरों लाभ

Sunday, Sep 30, 2018 - 03:05 PM (IST)

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कार्तिकेय के साथ प्रतियोगिता के दौरान माता पार्वती और पिता शिव के समक्ष भगवान गणेश ने वेद में लिखित यह वचन कहे, जो आज भी अति महत्वपूर्ण हैं-

पित्रोश्च पूजनं कृत्वा प्रर्कान्तिं च करोति य:।

हय वै पृथ्विीजन्यफलं भवति निश्चितम।।

अर्थात जो माता-पिता की पूजा करके उनकी प्रदक्षिणा करता है, उसको  पृथ्वी की परिक्रमा करने का फल मिलता है।

देखा जाए तो भगवान गणेश ने माता-पिता को सर्वोच्च सम्मान देकर सभी को बता दिया कि जीवित देवी-देवता तो हमारे माता-पिता ही हैं। उनकी पूजा असल में सभी देवी-देवताओं की पूजा है।

तरह-तरह की मनोकामना पूरी करने के लिए विनायक कई उपाय बताते हैं। यदि आपको अपने दुश्मनों को रोकना है तो फिर गणेश भगवान के पीली कांति वाले स्वरूप का ध्यान करना होगा। किसी को अपने वश में करना है तो उनके अरुण कांतिमय स्वरूप का मन ही मन ध्यान करें। किसी के मन में अपने लिए प्रेम पैदा करना है तो लाल रंगवाले गणेश जी का ध्यान करें। बलवान आदि होने के लिए भी इसी रूप का ध्यान करें। धन पाने की इच्छावालों को हरे रंग के गणेश की पूजा करनी चाहिए और जिन्हें मोक्ष प्राप्त करना है, उन्हें सफेद रंग के गणपति की पूजा करनी चाहिए, लेकिन इन कार्यों में पूरी सफलता तभी मिलेगी, जब आप तीनों समय गणपति का ध्यान और जाप करेंगे।

इस दिन मध्याह्व में गणपति पूजा में 21 मोदक अर्पण करके -‘विघ्नानि नाशमायान्तु सर्वाणि सुरनायक। कार्य मे सिद्धिमायातु पूजिते त्वयि धातरि’ मंत्र से प्रार्थना करें। गणेश को अर्पित किया गया नैवेद्य सबसे पहले उनके सेवकों-गालब, गाग्र्य, मंगल और सुधाकर को देना चाहिए। 

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Jyoti

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