देवी चंद्रघंटा की पूजा करने से पहले ज़रूर जान लें उनका ये चमत्कारी मंत्र

Tuesday, Oct 01, 2019 - 12:35 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन देवी दु्र्गा के इस स्वरूप की पूजा-अर्चना से भय से मुक्ति मिलती है। साथ ही अपार साहस की प्राप्ति होती है। बता दें देवी के सिर घंटे का आकार का चंद्रमा सुशोभित हैं जिसकी वजह से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। नवरात्रों के पूरे 9 दिन देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना करना शुभफलदायी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में नौ की नौ देवियों की विभिन्न पूजन विधि के साथ-साथ इनके मंत्र आदि भी दिए गए हैं। तो आइए जानते हैं मां चंद्रघंटा की उपासना की सबसे सरल विधि-

बता दें ज्योतिष विद्वानों का मानना है कि मां चंद्रघंटा तंत्र साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती हैं।  इसमें इनका सम्बन्ध मंगल नामक ग्रह से भी बताया गया है। इस बार मां के तीसरे स्वरुप की उपासना 1 अक्टूबर यानि आज की जा रहा है।

मां चंद्रघंटा की पूजा विधि क्या है-
प्रत्येक व्यक्ति को मां चंद्रघंटा की पूजा में लाल वस्त्र धारण करें, कहा जाता है इनकी पूजा में लाल रंग के वस्त्र पहनने सबसे श्रेष्ठ माने जाते हैं।

इसके साथ ही मां को लाल पुष्प, रक्त चन्दन और लाल चुनरी समर्पित करना चाहिए। मान्यता है  इनकी पूजा से मणिपुर चक्र मज़बूत होता है। यही कारण है इस दिन पूजा-अर्चना करने का अधिक महत्व है। 

ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि जिस जातक को इस दिन की पूजा से कुछ अद्भुत सिद्धियों जैसी अनुभूति होती हो तो उस पर ध्यान न देकर आगे साधना करते रहनी चाहिए

मणिपुर चक्र को मजबूत करने के लिए करें ये-
मध्यरात्रि में लाल वस्त्र धारण करें, इसके बाद सबसे पहले अपने गुरु को प्रणाम करें। फिर मां दुर्गा के सामने दीपक जलाएं, और उन पर लाल फूल अर्पित करें।

इसके बाद आज्ञा चक्र पर ध्यान लगाएं। ध्यान के बाद अपने गुरु से मणिपुर चक्र को मजबूत करने की प्रार्थना करें।

ऐश्वर्य प्राप्ति और भय मुक्ति के लिए करें देवी के इस मंत्र का जाप करें। ध्यान रहे इस मंत्र का जाप रुदाक्ष की माला से या चंदन की माला से ही करें।

मंत्र-
"ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः।
शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥"

इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष या लाल चन्दन की माला से करें

मां चंद्रघंटा को लगाएं ये भोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भोग देवी मां के प्रति आपके समर्पण का भाव दर्शाता है। नवरात्रों मे मां चंद्रघंटा को दूध या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। ऐसा कहा जाता देवी को ये भोग लगाने से जीवन के सभी दुखों का अंत होता है।

Jyoti

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