नींद न आने के होते हैं ये कारण भी, वास्तु से जानें

Tuesday, Jun 30, 2020 - 12:23 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आप में से बहुत से ऐसे लोग होंगे जिन्हें अक्सर अधिक थक जाने के बाद भी रात में नींद न आने की शिकायत होगी। इस पर कुछ लोग अपनी ये राय देते हैं कि कई बार ज्यादा काम की वजह से जब शरीर ज्यादा थक जाता है तो उसे बेचैनी रहने लगती है। पर असल में क्या ये कारण सही है। अब इसको विस्तारपूर्वक तो कोई शोध कर्ता ही बता सकते हैं। परंतु हां, हम अपनी वेबसाइट के माध्यम सेे आपको इस संबंध में जुड़ी वास्तु की जानकारी दे सकते है। जी हां, कहा जाता है नींद न आने के कई कारण वास्तु शास्त्र में दिए गए हैं जिनमें से एक कारण व्यक्ति की बिस्तर तथा बेड से जुडा हुआ है। कहा जाता है कई हालातों में जब व्यक्ति को नींद न आने जैसी बीमारी से गुज़रना पड़ता है, उसकी वजह उनके बेड से जुड़ी हुई होती है। तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग होंते हैं जिन्हें नींद आ तो जाती है मगर बार-बार टूट जाती है। जिस कारण काफी परेशानी होती है और अगले दिन व्यक्ति सारा दिन अच्छे से काम नही कर पाता। तो चलिए जानते हैं ऐसे में व्यक्ति को क्या करना चाहिए, वास्तु के वो कौन से उपाय होते हैं जो इस परेशानी को दूर करने में मददगार साबित होते हैं।

वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि गोल तकिए वाले बेड, पेपर मिल, शुगर मिल और लकड़ी के कारखानों में काम करने वालों के लिए बहुच अच्छे से माने जाते हैं। ऐसे में इन लोगों को बेहतर नींद और आरम के लिए इस तरह के बेड का इस्तेमाल करना चाहिए। कहा जाता है यह बेड काम में, मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य और आर्थिक मामलों में वृद्धि में सहायक होता है। 

इसके अलावा वास्‍तु शास्‍त्री कहते हैं जो लोग कलाकार हो, संगीतकार हो या फिर राजनीति से संबंध रखते हों उन्हें ऐसे में खास तरह के बेड का उपयोग करना चाहिए। इनके लिए वास्‍तु में घेरों वाला बेड उपयुक्‍त माना जाता है। ऐसा माना जाता है ऐसा बेड कर्म क्षेत्र में सफलता के शीर्ष पर पहुंचाता है तथा मान-सम्‍मान में वृद्धि में हासिल करवाता है। 

उपरोक्त बातों के अतिरिक्त इस बात का भी खास ध्यान रखें कि क‍िसी भी हालात में तिकोना बेड का या फिर तिकोना आकार बनाने वाली जगह पर बेड न हों। इस तरह का बेड किसी के लिए भी शुभ नहीं होता। इस बारे में कहा जाता है कि ऐसा बेड अग्नि तत्‍व का प्रतीक होता है। ऐसा बेड के कारण ही नींद में बाधा आती है साथ ही साथ कई तरह की समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है।

Jyoti

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