छींक आने पर हो जाएं सावधान

Thursday, Feb 19, 2015 - 01:31 PM (IST)

छींक आने के कारण : छींक को अधिकतर सर्दी जुकाम का नहीं बल्कि अशुभता का प्रतिक माना जाता है। वास्तव में यह केवल अशुभता का नहीं बल्कि शकुन अर्थात शुभ लक्षणों का भी प्रतीक है। श्री रामचरितमानस के रचियता वाल्मीकि जी और गोस्वामी तुलसीदास ने भी शकुनों को विशिष्ट बताया है। उनके महाकाव्य में बहुत स्थानों पर इसका विवरण प्राप्त होता है। तो आईए जानें इस लेख के माध्यम से छींक आने पर हो जाएं सावधान या आ रही है आपके लिए खुशियों की सौगात

 
 
1. आचानक से आने वाली छींक सन्ताप का कारण हो सकती है।
 
 
2. घर से यात्रा के लिए निकलते समय बाईं ओर ऊंचाई से अथवा पीठ की ओर से किसी को छींक आ जाए तो समझें यात्रा शुभ रहेगी।
 
 
4. आपकी पीठ के पीछे से या बाईं ओर से कोई छींक मारे तो यह शुभता का संकेत देती है। 
 
 
5. आपके सामने कोई छींक मारे तो समझ जाएं जल्द ही किसी के साथ आपकी लड़ाई होगी।
 
 
6. आपके दाएं हाथ की तरफ से कोई छींक मारे तो धन संबंधित समस्या से रूबरू होना पड़ता है।
 
 
5. कुछ नया खरीदते समय, नए घर में प्रवेश करते समय छींक आना अपशकुन का प्रतीक है लेकिन व्यापार शुरू करते समय छींक आ जाए तो शुभ माना जाता है।
 
 
6. दवा खाते समय कोई छींक दे या खुद को ही छींक आ जाए तो रोग का जल्दी ही निवारण हो जाता है लेकिन गंभीर समस्या आने पर डॉक्टर को बुलाते वक्त छींक आ जाए तो खतरे का संकेत समझें।
 
 
Advertising