बिलासपुर में है एक ऐसा मंदिर, जहां हनुमान जी करते हैं विवादों का फैसला

Monday, May 01, 2017 - 09:41 AM (IST)

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के मगरपारा क्षेत्र में एक अनोखा हनुमान मंदिर स्थिति है। यहां गांव का हर फैसला हनुमान जी स्वयं करते हैं। इस शहर में उच्च न्यायालय होने के बाद भी अधिकतर विवादों का फैसला हनुमान मंदिर में होता है। यहां एक ‘बजरंगी पंचायत’ नामक मंदिर है, जहां पिछले 80 सालों से विवादों पर फैसलों के लिए हनुमानजी की शरण ली जाती है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर हनुमान मंदिर में पंचायत लगती है। 

कहा जाता है कि मंदिर में आज भी क्षेत्र से जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याअों के निपटारे के लिए लोग इकट्ठे होते हैं। कहा जाता है कि लगभग 80 साल पहले सुखरू नाई नाम का हनुमान भक्त था। उसने पीपल के पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर हनुमान जी की छोटी सी प्रतिमा स्थापित की थी। जिसके बाद हनुमान भक्तों अौर पंचायत के सहयोग से यहां मंदिर का निर्माण किया गया। सन् 1983 में यह मंदिर बनकर तैयार हो गया। 

बस तभी से इस परंपरा का आरंभ हुआ कि हनुमान जी को साक्षी मानकर फैसला किया जाएगा। इस फैसले को हर कोई स्वीकार भी करता है। माना जाता है कि हनुमान जी की प्रतिमा के सामने जो भी फैसला होता है उसमें भगवान की इच्छा शामिल होती है। भक्त अपने घरों में कोई भी मांगलिक कार्य करने से पूर्व हनुमान जी का आशर्वाद लेते हैं। यहां हर नववधू गृह-प्रवेश से पूर्व रामभक्त हनुमान जी का आशीर्वाद लेती है। यहां बड़े-बड़े आयोजन करवाएं जाते हैं। हनुमान जयंती पर भव्य आयोजन किया जाता है। यहां हनुमान जी के दर्शनों के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। 

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