बद्रीनाथ का होगा ऐसा अद्भुत सौंदर्यीकरण, इससे पहले कहीं नहीं देखा होगा

Sunday, Sep 13, 2020 - 07:20 PM (IST)

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हमारे देश में अनेकों तीर्थ स्थल है जिनसे न केवल देश के बल्कि विदेश में रह रहे लोगों की भी आस्था जुड़ी हुई है। यही कारण है लोग दूर-दूर से इन्हीं तीर्थ व धार्मिक स्थल पर दर्शन करने आते हैं। इन्हीं में से एक है उत्तराखंड के चार धाम। जिसके बारे में धार्मिक मान्यता तो ये हैै सनातन धर्म से संबंधित प्रत्येक को अपने जीते जी 1 बार इन चारों तीर्थों के दर्शन ज़रूर करने चाहिए। इन्हीं सभी बातों के मद्देनज़र एक-एक कर इन धामों को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। आपको बता दें कि केदारनाथ की तरह बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने के लिए राज्य सरकार मास्टर प्लान तैयार कर रही है। जानकारी के लिए बता दें कि ये मास्टर प्लान 481 करोड़ का है। इसे 2025 तक पूरा करने की योजना है। सरकार की योजना बद्रीनाथ क्षेत्र को मिनी स्मार्ट सिटी की तरह डेवलप करने की है। चलिए सबसे पहले आपको प्लान के बारे में बताते हैं- 

उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया बद्रीनाथ के साथ ही यहां की सभी पौराणिक और आध्यात्मिक जगहों को जोड़ा जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो।

बद्रीनाथ धाम में आकर्षक लाइटिंग की जाएगी, जो इस क्षेत्र के आध्यात्मिक वातावरण के अनुसार होगी। यहां रहने वाले लोगों को भी लाभ मिल सके, इसलिए यहां होम स्टे की व्यवस्था शुरू की जाएगी। बद्रीनाथ क्षेत्र की दो झीलों शीशनेत्रा और बद्रीश का भी डेवलपमेंट किया जाएगा। इस धाम के आसपास करीब 5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में आने वाले सभी तालाबों, ऐतिहासिक धर्मस्थलों और यहां की सड़कों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। बद्रीनाथ में पार्किंग सुविधा और पुल बनाने की योजना को भी मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। सरस्वती और अलकनंदा के संगम स्थल केशव प्रयाग, व्यास गुफा, गणेश गुफा भी इस प्लान में शामिल है। इस क्षेत्र में एक म्यूजियम, आर्ट गैलरी भी बनाई जाएगी।

यहां आने वाले श्रद्धालु वीडियो के माध्यम से भगवान विष्णु के दस अवतारों की कथा जान सकेंगे। इस प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार की हिदायत है कि इसे टूरिस्ट प्लेस की बजाय आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। मास्टर प्लान के अनुसार 85 हेक्टेयर क्षेत्र में बद्रीनाथ धाम को विकसित किया जाना है। बद्रीनाथ के मास्टर प्लान को लेकर पीएम मोदी के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्रसिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव दिलीप जावलकर, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह शामिल थे। 

Jyoti

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