दिसम्बर 2023 तक तैयार होगा राम मंदिर का गर्भगृह, 24-1-24 को विराजेंगे रामलला

Tuesday, Sep 13, 2022 - 10:21 AM (IST)

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नई दिल्ली/अयोध्या (निशांत राघव/ नवोदय टाइम्स): अयोध्या में श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रामलला 2024 में 24 जनवरी को विराजमान होंगे। अयोध्या सर्किट हाऊस में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में यह साफ हो गया है कि गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सूर्य के उत्तरायण होने पर की जाएगी। दिसम्बर 2023 तक मंदिर के गर्भगृह का काम पूर्ण हो जाएगा।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सूर्य के उत्तरायण होने पर की जाएगी। दिसंबर 2023 तक गर्भगृह का काम पूरा हो जाएगा, लेकिन दिसंबर में सूर्य दक्षिणायन होते हैं, इस दौरान शुभ कार्यों का निषेध रहता है इसलिए सूर्य के उत्तरायण होने का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि 2024 में सूर्य के उत्तरायण होते ही मकर संक्रांति के बाद जो भी शुभ तिथि व मुहूर्त होगा, उसी दिन गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राणप्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं को रामलला का दर्शन गर्भगृह में प्राप्त होने लगेगा। चंपत राय के मुताबिक मंदिर का ग्राउंड फ्लोर, भूतल का निर्माण कार्य भी दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा।

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श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व मंदिर निर्माण समिति की संयुक्त बैठक में राममंदिर निर्माण की प्रगति से लेकर परकोटा निर्माण पर भी चर्चा की गई। राममंदिर का परकोटा एक किलोमीटर लंबा होगा, परकोटे के परिपथ में माता सीता, गणेश सहित रामायण के पात्रों के भी मंदिर बनने हैं, इनकी ऊंचाई कितनी हो इसको लेकर भी चर्चा हुई है। मंदिर की मजबूती व भव्यता के साथ-साथ मंदिर परिसर में हरियाली को लेकर भी बैठक में मंथन हुआ है। मंदिर के स्तंभों पर कमल का फूल, कलश की नक्काशी ज्यादा से ज्यादा हो इस पर सहमति बनी है। धार्मिक कलाकृतियों को भी उकेरे जाने को लेकर चर्चा हुई है।

Niyati Bhandari

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