घर में लगाएं ये पौधे संवरेगा भाग्य, शांत होगा पाप ग्रहों का प्रकोप

Saturday, Dec 10, 2016 - 12:51 PM (IST)

आयुर्वेद की औषधियों की तरह ज्योतिष में भी पादपों का इस्तेमाल ग्रहों के दुष्प्रभावों को दूर करने में किया जाता रहा है। हर पादप किसी न किसी ग्रह से संबंधित है। कुछ पादपों को विशेष रूप से चिन्हित किया गया है, जो ग्रह शांति के लिए सटीकता के साथ काम करते हैं।


एक ओर यज्ञ के जरिए ग्रह शांति की जा सकती है वहीं दूसरी ओर ग्रहों की पीड़ा को कम करने के लिए वनस्पतियों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके साथ ही वास्तु संबंधी दोषों को दूर करने में भी पौधों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।


वास्तु से जुड़ी वनस्पतियां
किसी भी घर में पक्के मकान के साथ कच्ची जमीन हो तो वास्तु के कई उपचार इसी कच्ची जमीन पर हो सकते हैं। चारदीवारी के भीतर के वास्तु से बाहर आने पर बाऊंड्री वाल के भीतर के वास्तु को ठीक करने के लिए पौधों का बेहतरीन इस्तेमाल किया जा सकता है। घर के आगे नवग्रहों के वृक्षों की स्थापना के लिए सिद्धांत बताए गए हैं। इसके लिए स्पष्ट किया गया है कि पूर्व में गूलर, पश्चिम में शमी, उत्तर में पीपल, दक्षिण में खैर और मध्य में आक का वृक्ष लगाना लाभदायक है। इसके अलावा उत्तर-पूर्व में लटजीरा, उत्तर-पश्चिम में कुश, दक्षिण-पश्चिम में दूब और दक्षिण-पूर्व में ढाक का वृक्ष लगाना चाहिए। इससे पूरे प्लाट के वास्तुदोष बहुत हद तक खत्म हो जाते हैं और घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।


पेड़-पौधे दिलाएं ग्रहों से शांति
पेड़-पौधे न केवल हमें जीवन देते हैं, बुरे ग्रहों के प्रभाव से भी बचाते हैं। सामान्य उपचार में देखें तो यदि शनि मारकेश है तो राजपथ पर वट वृक्ष लगाने से आयु बढ़ती है। 


गुरु निर्बल है या किसी अन्य ग्रह के कारण अल्पायु योग बनता है तो वीरवार के दिन पीपल का वृक्ष लगाना ठीक रहता है। 


चंद्रमा का किसी तरह का दोष है तो पलाश का एक फलदार वृक्ष लगाने से इसका प्रभाव सकारात्मक हो जाएगा। 

Advertising