कुंडली में लिखी है सफलता, फिर भी हो रहे हैं असफल तो करें ये उपाय

Wednesday, Jun 19, 2019 - 04:48 PM (IST)

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कभी-कभी इंसान की सफलता के योग होते हुए भी उसके हाथ केवल नाकामी लगती है। आम इंसान इसका उसर कारण नहीं समझ पाता वो इसलिए क्योंकि उन्हें ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी कोई जानकारी नहीं होती। कहा जाता है कि ये सब व्यक्ति की कुंडली के अशुभ ग्रहों के प्रभाव के कारण होता है। इनकी छाया के कारण जीवन में अनेक तरह की ससस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए कहा जाता है अगर किसी को भी ज़रा सी भी लगे कि उनके जीवन में पैदा हो रही है समस्याओं का कारण कहीं उसकी कुंडली के ग्रह तो नहीं फोरन किसी ज्योतिष विद्वान के पास जाकर अपनी कुंडली दिखलवा लेनी चाहिए। इसक अलावा ज्योतिष शास्त्र में दिए गए नवग्रह स जुड़े उपाय कर लें। इससे आपके जीवन की आधी से ज्यादा समस्याएं खुद खत्म हो जाएंगी।
कभी-कभी योग्य होने के बाद भी कुछ लोगों को असफलता का सामना करना पड़ता है। कहा जाता है व्यक्ति की कुंडली में किसी अशुभ ग्रह की छाया पड़ जाये तो उसे जीवन में तरह-तरह की समस्याओं, परेशानियों से दो चार करना पड़ता है। बिना रूपया पैसा खर्च किए यहां बताएं जा रहे उपाय को अपने घर पर ही कर लें, इससे जीवन में शुभ होना प्रारंभ हो जाता है और सारी समस्याएं एक-एक करके खत्म होने लगती है।
 

सूर्य- जिस किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह का अशुभ योग  बन रहा होता है तो उसके कारण जातक को ह्रदय रोग, नेत्र रोग, आर्थिक हानि, झूठे आरोप लगना, और मान-सम्मान में कमी आना आदि परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

उपाय- रविवार को सूर्योदय के समय सूर्य को जल चढ़ाने के बाद किसी गरीब व्यक्ति को दान अवश्य करें।

चन्द्र- चन्द्रमा के अशुभ होने पर उक्त जातक को मानसिक तनाव, बे वजह चिन्ता, फेफड़े संबंधी रोग और धन आय के स्रोतों में कमी आने लगती है।

उपाय- चांद को दूध, दही, चावल, सफ़ेद फूल, सफ़ेद चंदन और कपूर का दान करें।

मंगल- इस ग्रह के अशुभ होने से जातक को ह्रदय रोग, कर्ज़ से परेशान और ज़मीन जायदाद संबंधी विवाद आदि परेशानियां होने लगती हैं।

उपाय- देवी मां के मंदिर या किसी छोटी कन्या को लाल कपड़े का दान करें।

बुध- इसके असुभ होने से दांत संबंधी रोग होने के साथ घर परिवार के सदस्यों में लड़ाई झगड़ा की स्थिति बनने लगती है।

उपाय- हरी चीज़ों का दान करें, जैसे हरी चुनरी, हरे कपड़े, हरे फल या सब्जी आदि।

गुरु- इसके विपरीत प्रभाव से जातक को अपने ही पुत्र से कष्ट मिलने लगते हैं। शिक्षा में परेशानियां आने लगती हैं। साथ ही वैवाहिक जीवन में बाधाएं आती हैं।

उपाय- लक्ष्मीनाराण मंदिर के पुजारी को पीला वस्त्र और धार्मिक पुस्तक आदि का दान करें।

शुक्र- शुक्र के अशुभ होने से जातक के वैवाहिक सुख में कमी होने लगती है।

उपाय- माता के मंदिर जाकर लाल चुनरी चढ़ाएं।

शनि- इससे जातक को आगजनी, दुर्घटना, आंखों के रोग और पिता से मनमुटाव जैसी परेशानी होने लगती है।

उपाय- तेल, सरसों, काले तिल, काला वस्त्र, जूते आदि का दान करें।

राहु- राहु के अशुभ होने पर सिर पर चोट लगने लगती है, मानसिक पीड़ा के साथ हर कार्यो में अड़चने पैदा होने लगती हैं।

उपाय- राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए किसी कोढ़ी को कपड़े का दान करें।

केतु- केतु की अशुभता के कारण किसी के विश्वासघात का शिकार होना पड़ता है।

उपाय- नारियल और उड़द दाल आदि का दान करना चाहिए।

Jyoti

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