पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए 29 जून को करें ये उपाय

punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2022 - 05:24 PM (IST)

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हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत महत्व दिया गया है। इस दिन पितरों के नाम का श्राद्ध व स्नान-दान का कार्यक्रम किया जाता है। बता दें कि आषाढ़ माह में 29 जून, दिन बुधवार को अमावस्या तिथि मनाई जाएगी। आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिमी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि ये अमावस्या किसानों के लिए बहुत खास मानी गई है। इस दिन कृषि कार्य से जुड़े उपकरणों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए अमावस्या बहुत खास होती है। तो आज हम आपको अमावस्या के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ चमत्कारी उपाय बताएंगे। तो आइए जानते हैं-
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आषाढ़ अमावस्या पर सुबह स्नान करने के बाद पितरों को पानी में अक्षत और काले तिल मिलाकर तर्पण दें। साथ ही इस दिन ब्राह्मणों को भोजन, दान और दक्षिणा दें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। 

धन-धान्य में वृद्धि के लिए अमावस्या की शाम घर के ईशान कोण में एक दीपक जलाएं। उसमें गाय के घी, केसर और लाल धागे वाली बत्ती का उपयोग करें। इससे धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती।
 

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मान्यता के अनुसार, आषाढ़ अमावस्या को कृषि उपकरणों की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि ऐसा करने से फल का उत्पादन अच्छा होता है, जिससे घर के धन धान्य में वृद्धि होती है।

यदि आपको पितृदोष है और उसके कारण आपको जीवन में काफी समस्याओं का सामना कर पड़ रहा है तो आषाढ़ अमावस्या के अवसर पर अपने पितरों के लिए पिंडदान करे। पिंडदान करने से पितर प्रसन्न होते हैं, उनकी आत्माएं तृप्त होती है। तृप्त होने पर वे अपने परिवार और वंश की उन्नति के लिए आशीर्वाद देते हैं।
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मान्यता है कि अमावस्या पर बनाए गए भोजन में से कुछ अंश कौआ, कुत्ता, गाय जैसे पशुओं को खिलाने से पितृ अति प्रसन्न होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि ये जीव भोजन ग्रहण कर लेते हैं, तो माना जाता है कि वह भोजन पितरों को प्राप्त हो गया है।

अमावस्या के अवसर पर दीप दान का विशेष महत्व होता है। तो ऐसे में इस दिन आप दीप और फूल एक पत्ते के कटोरे में रखकर जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से घर पर आने वाले संकट दूर होते हैं और सुख एवं समृद्धि के मार्ग खुलते हैं।

इसके अलावा आषाढ़ अमावस्या की सुबह पीपल के पेड़ की पूजा करें। पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु सहित कई देव निवास करते हैं। पीपल के पेड़ की पूजा करते समय फूल, फल, जनेऊ, धूप, दीप एवं जल आदि अर्पित करें। परिवार की सुख एवं शांति के लिए प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना जल्द पूर्ण होगी।

परिवार में सुख एवं समृद्धि के लिए अमावस्या के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इस उपाय से आपको बहुत लाभ होगा।
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इसके अलावा अगर आपके नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव रहता है जिसके कारण आपके घर हमेशा क्लेश का वातावरण बना रहता है तो अमावस्या पर नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को दूर करने के लिए एक कुत्ते को रोटी में तेल लगाकर खिलाएं। ऐसा करने से विरोधी और शत्रु दोनों का प्रभाव कम होगा।
 


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Content Writer

Jyoti

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