दुनिया में बुराइयां हैं मगर क्यों?

Saturday, Jul 11, 2015 - 04:19 PM (IST)

क्योंकि अच्छे लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। अच्छे लोग एकांतवासी होते जा रहे हैं। अपनी प्रतिष्ठा और नाम को बचाए रखने के लिए लोग बुरे लोगों के लिए कुर्सी खाली कर रहे हैं। 

याद रखना: कुर्सी कभी खाली नहीं रहती। अच्छे लोग उस पर नहीं बैठेंगे तो स्वाभाविक है कि बुरे लोग उस पर कब्जा कर लेंगे और फिर संचालन की डोर उनके हाथों में होगी। इस देश में आज यही हो रहा है।  परिणाम सबके सामने है।
 
किसी ने पूछा : दिगम्बर मुनि कौन? दिगम्बर मुनि के तन पर लंगोट क्यों नहीं है? 
 
मैंने कहा: जब मन में कोई खोट होती है, तभी तन पर लंगोट होती है। दिगम्बर मुनि के मन में कोई खोट नहीं, इसलिए उनके तन पर लंगोट भी नहीं है। वस्त्र तो विकारों को ढंकने के लिए होते हैं जो विकारों से परे हैं, ऐसे शिशु और मुनि को वस्त्रों की क्या जरूरत है? 
 
दरअसल इस कलयुग में दिगम्बर मुनि होना, आश्चर्यों में आश्चर्य है जो समाज की नग्रता को ढंकने के लिए अपने तन के वस्त्र तक उतार फैंकता है। वही होता है, दिगम्बर जैन मुनि।
 
 -जैन मुनि श्री तरुण सागर
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