काला रंग घर के लिए Good है या Bad

Tuesday, Jun 23, 2015 - 11:29 AM (IST)

वास्तु व ग्रह अनुकूल होने पर भी घर-परिवार बेचैन, अशांत, कष्टपूर्ण और दुःखमय जीवन व्यतित करता है। इसका कारण इंटरनल डेकोरेशन भी हो सकती है। घर को खूबसूरत बनाने में विभिन्न रंगों का प्रयोग किया जाता है। जो हमारे दैनिक जीवन पर अपने-अपने सिद्धांत के अनुरूप प्रभाव डालते हैं। शुभ रंग भाग्योदय कारक होते हैं और अशुभ रंग भाग्य में कमी करते हैं। रंग आंखों के राही हमारे मन में प्रवेश करते हैं एवं हमारे स्वास्थ्य, चिंतन, आचार-विचार आदि पर इनका गहरा प्रभाव पड़ता है। जहां तक संभव हो घर में इंटरनल डेकोरेशन करते समय हमेशा हल्के रंगों का प्रयोग करें। वास्तु शास्त्र के अंतर्गत कुछ विशेष बातों पर अवश्य गौर करना चाहिए। जिससे बिना किसी खर्च के घर-परिवार में सुख-शान्‍ति बनी रहती है।

काले रंग का प्रयोग न करें क्योंकि इस रंग पर राहू का प्रभाव अत्यधिक होता है। जो हमारे जीवन में समस्याएं उत्पन्न करता है। बच्चों के शयनकक्ष में डार्क ब्राउन, ग्रे या काले रंग का प्रयोग न करें। किचन में काले रंग के काउंटर-टॉप का इस्तेमाल न करें। काले रंग का पत्थर लगा हो तो उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए गैस स्टोव के नीचे किसी अन्य रंग का मार्बल लगवां लें या टाइल रख दें। 

काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। अक्सर घरों के बाहर काले रंग का मटका या नजर बंध लगाया जाता है ताकि घर को बुरी नजर से बचाया जा सके। काला धागा घर के दरवाजे पर बांधा जाता है या फिर काला टिका लगाया जाता है ताकि घर को बुरी शक्तियों के प्रभाव से बचाया जा सके। तार्किक लोग इन चीजों को प्राचीनकाल से चला आ रहा अंधविश्वास मानते हैं लेकिन मानने वाले इसे बुरी बलाओं को भगा कर सुखी जीवन जीने का सार मानते हैं। 

काला धागा बांधने अथवा काला-टीका लगाने के पीछे वैज्ञानिक कारण हैं। काला रंग उष्मा का अवशोषक होता है। मान्यता है कि काला धागा बुरी नजर को या बुरा ऊर्जाओं को अवशोषित कर लेता है व उनका प्रभाव हम पर नहीं पडऩे देता है।

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