गणेश चतुर्थी व्रत: लड्डूओं के इस उपाय से होगी मनोवांछित कार्यों में सिद्धि की प्राप्ति

Friday, Jun 05, 2015 - 09:30 AM (IST)

प्रत्येक हिंदू महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को गणपति बप्पा के लिए व्रत करने का विधान है। प्रत्येक हिन्दू को उक्त दिन खुद को पवित्र रखकर इस व्रत का पालन करना चाहिए। आमतौर पर व्रत एक प्रकार की शक्ति है जिसके बल से रोगों को दूर कर सेहतमंद रहा जा सकता है। गणेश चतुर्थी का व्रत करने से रिद्धि-सिद्धि और समृद्धि हासिल की जा सकती है।  5 जून, शुक्रवार को गणेश चतुर्थी व्रत है।

पूजन विधि

गणेश जी का पूजन सर्वदा पूर्वमुखी या उत्तरमुखी होकर करें। सफेद आक, लाल चंदन, चांदी या मूंगे की स्वयं के अंगूठे के आकार जितनी निर्मित प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति शुभ होती है। साधारण पूजा के लिए पूजन सामग्री में गंध, कुंकुम, जल, दीपक, पुष्प, माला, दूर्वा, अक्षत, सिंदूर, मोदक, पान लें। ब्रह्यवैवर्तपुराण के अनुसार गणेशजी को तुलसी पत्र निषिद्व है। सिंदूर का चोला चढ़ा कर चांदी का वर्क लगाएं और गणेश जी का आह्वान करें।
 
गजाननं भूतगणांदिसेवितं
कपित्थजम्बूफल चारुभक्षणम्।
उमासूतं शोकविनाशकारकं
नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।


गणेश संकट स्तोत्र का पाठ कर आरती करें।

कार्य सिद्धि हेतु
गजानन की नियमित विधि-विधान से पूजा करके लड्डूओं के साथ ऊँ मोदक प्रियाय नम: मंत्र के जप करने से मनोवांछित कार्यों में सिद्धि प्राप्त होती है।


 

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