ऐसे लोगों के घर में आने से बर्बाद हो जाता है हंसता-खेलता परिवार

Saturday, May 23, 2015 - 03:14 PM (IST)

भारतीय संस्कृति में घर आए मेहमान को भगवान का रूप माना जाता है। तभी तो कहा गया है अतिथि देवो भव: घर आए देव रूपी मेहमान का प्रसन्न होकर मीठी बोली से, सुस्वादु भोज्य पदार्थ खिलाकर आदर मान करना चाहिए।

घर में आने वाला हर कोई अतिथि एवं देव स्वरूप नहीं होता। मनु स्मृति के मतानुसार कुछ ऐसे लोग होते हैं जिन्हें कभी अतिथि नहीं बनाना चाहिए और न ही उन्हें देखकर अभिवादन करना चाहिए। जैसा की इस
श्लोक में बताया गया है-

पाषण्डिनो विकर्मस्थान्बैडालव्रतिकांछठान्।
हैतुकान्वकवृत्तींश्च वाड्मात्रेणापि नार्चयेत्।।


पाखंडी, उत्पात करने वाला, दूसरों को बहला फुसलाकर उनकी संपत्ति को लूटने वाला, अपने हित के लिए दूसरों को आहत करने वाला एवं वेदों का सम्मान न करने वाला।

इन लोगों का अपने घर में कभी भी प्रवेश न करवाएं। यह लोग दीमक की भांति आपके घर के सुख चैन को निगल जाएंगे। धर्माभिमानी लोग दो मुंहे सांप होते हैं। यह जो होते हैं वो दिखते नहीं और जो नहीं होते वो दिखने का प्रयास करते हैं। मीठी छुरी की भांति ये धोखे से किसी का भी धन, वैभव, मान-सम्मान छिनने में माहिर होते हैं। इन्हें देव रूप मान अतिथि सत्कार देने से हम अपनी प्रगति के रास्ते स्वयं बंद करते हैं। ये लोग जब किसी घर में प्रवेश करते हैं तो अपने साथ नेगेटिव लहराव लेकर आते हैं। जिसके प्रभाव में जाने-अनजाने परिवार का कोई भी सदस्य आ सकता है और हंसता-खेलता परिवार बर्बाद हो सकता है।

 

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