15 साल बाद चंद्रग्रहण और हनुमान जयंती का शुभ संयोग, जानें शुभ समय

Friday, Apr 03, 2015 - 07:54 AM (IST)

वर्ष 2015 में चैत्र पूर्णिमा पर 15 साल बाद खग्रास चंद्रग्रहण पड़ रहा है तथा उस दिन हनुमान जयंती भी है। शनिवार दिनांक 04.04.15 को चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि है साथ-साथ इस दिन पड़ रहा है अशुभ चंद्रग्रहण। चंद्र ग्रहण का सूतक शनिवार दिनांक 04.04.15 को प्रातः 03 बजकर 46 मिनट से शुरू हो जाएगा। जो कि पूरे दिन रहेगा तथा शाम को 7 बजकर 15 मिनट पर चंद्र ग्रहण समाप्त होगा। सूतक लगने के साथ हनुमान मंदिरों में पट बंद कर दिए जाएंगे। 

शास्त्रानुसार चंद्र ग्रहण के दौरान देव दर्शन, मूर्ति को स्पर्श करना, खाना पीना एवं शुभकार्य पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा। ऐसे में प्रशन यह उठता है कि किस प्रकार हनुमान जयंती का उत्सव मनाया जाए।

 ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पूर्णिमा तिथि शुक्रवार दिनांक 03.04.15 शाम 03 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ होकर शनिवार दिनांक 04.04.15 शाम 05 बजकर 35 मिनट तक विद्यमान रहेगी तथा हस्त नक्षत्र दिनांक 03.04.15 रात 08 बजकर 50 मिनट से प्रारंभ होकर शनिवार दिनांक 04.04.15 रात 11 बजकर 35 मिनट तकविद्यमान रहेगा।

  ऐसे में हनुमान जयंती का पर्व ग्रहण काल के सूतक से बचकर दो दानों तक मनाया जा सकता है। हनुमान जयंती मनाने का पहला अवसर शुक्रवार दिनांक 03.04.15 शाम 03 बजकर 21 से शनिवार दिनांक 04.04.15 को प्रातः 03 बजकर 45 मिनट तक रहेगा तथा दूसरा अवसर शनिवार दिनांक 04.04.15 शाम 7 बजकर 15 मिनट से प्रारंभ होकर शनिवार दिनांक 04.04.15 रात 11 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। 

 ऐसे में जो लोग पूर्णिमा और हस्त नक्षत्र के मेल से शुभ समय में हनुमान जयंती मनाना चाहते हैं उनके लिए शुक्रवार दिनांक 03.04.15 की रात 09 बजे से रात 10 बजकर 30 मिनट के बीच लाभ के चौघड़िया में हनुमान जयंती श्रेष्ठ रूप से मनाई जाएगी।  

आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल kamal.nandlal@gmail.com

Advertising