होलीका दहन पर करें रोगों का नाश

Wednesday, Mar 04, 2015 - 08:50 AM (IST)

5 मार्च गुरुवार की रात होलीका दहन की रात है। इस दिन होलीका दहन के साथ-साथ रोगों का नाश भी होता है। जब होलिका दहन किया जाता है तो उससे निकलने वाला ताप शरीर और उसके ईर्द-गिर्द के परिवेश में मौजूद बैक्टीरिया को समाप्त कर देता है। रंगों का हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। शरीर में किसी खास रंग की कमी बहुत सारी बीमारियों को जन्म देती है। जिसकी चिकित्सा केवल उस रंग विशेष की आपूर्ति करके ही की जा सकती है।

होली के रंग में रंगा घर विशेष वस्तुओं के द्वारा साफ किया जाता है। जिससे धूल मिट्टी , मक्खियां मच्छर और अन्य रोगाणुओं का अंत हो जाता है। साफ घर दिखने में तो सुंदर तो लगता ही है साथ ही उसमें रहने वालों को सुखद अहसास देता है। घर में पोजिटिव ऊर्जा का संचार होता है।

होलिका दहन के उपरांत उसकी ठंडी हुई अग्नि की राख को मस्तक पर लगाने से रोगों का नाश होता है। गंभीर एवं असाध्य रोगों पर विजय प्राप्त की जा सकती है।

होली की रात निम्नलिखित मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें और निरोगी काया पाएं।

मंत्र- ऊं नमो भगवते रुद्राय मृतार्क मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा

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