मृत्यु के उपरांत अमर होना चाहते हैं तो पढ़े...

Wednesday, Feb 25, 2015 - 10:50 AM (IST)

 मृत्यु के बाद भी अपने नाम व यादों काे जीवित रखें

जीवन और मृत्यु दोनों ही संसार का परम सत्य है। जो धरती पर आया है उसको एक दिन जाना तय है। यह जानते हुए भी मनुष्य मरने से डरता है लेकिन आत्मा कभी भी मरती नहीं। क्या आप जानते हैं मृत्यु के बाद भी लंबा जीवन जी कर आप अपना नाम व यादों काे जीवित रख सकते हैं।

पाैराणिक कथा है कि- एक राजा अपने गुरू से पूछता है कि "क्या मृत्यु के बाद भी जीवित रहा जा सकता है? क्या काेई एेसा मार्ग है जिस पर चलकर अमरत्व प्राप्त हाे सकता है?"

ताे इन प्रश्नाें के उत्तर में गुरू कहते हैं कि, "राजन! यह मृत्युलाेक है। यहां जीवन का अन्त निश्चित है। प्रत्येक प्राणी की सांसारिक यात्रा एक दिन समाप्त हाे जाती है परन्तु यदि तुम मृत्यु के बाद भी जीना चाहते हाे ताे तुम छायादार वृक्ष लगवाआे, राेगियाें के लिए अस्पताल बनवाआे, निराश्रिताें के लिए आश्रय बनवाआे तथा इस संसार काे संस्कारी संतान दे जाआे जाे तुम्हारे कार्याें काे आगे बढ़ाएं आैर तुम्हारी स्मृति व नाम काे जीवित रखें।"

भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है, ''न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के हो। यह शरीर पांच तत्वों से बना है- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश। एक दिन यह शरीर इन्हीं पांच तत्वों में विलीन हो जाएगा।'' 

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