अश्वमेध यज्ञ तुल्य है महाशिवरात्रि व्रत

Monday, Feb 16, 2015 - 10:07 AM (IST)

श्रीमहाशिवरात्रि का पर्व 17 फरवरी मंगलवार को पड़ रहा है। इस साल 18 फरवरी को चतुर्दशी तिथि का क्षय हो रहा है। इस तिथि के स्वामी भगवान शिव माने गए हैं अर्थात भगवान शिव की तिथि ही चतुर्दशी मानी जाती है। यह तिथि बुधवार को प्रात: 9 बजकर 2 मिनट पर टूट जाएगी। अत: व्रत 17 तारीख को ही रखना तर्कसंगत होगा।

एक मतानुसार 18 तारीख को व्रत, पूजन आदि किया जा सकता है। इस दिन बुध श्रवण नक्षत्र में तथा शुक्र उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस दिन काले तिलों सहित स्नान करके व व्रत रख कर रात्रि में भगवान शिव की विधिवत आराधना करना कल्याणकारी है। दूसरे दिन अर्थात अमावस के दिन मिष्ठान्नादि सहित ब्राह्मणों तथा शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को भोजन देने के बाद ही स्वयं भोजन करना चाहिए। यह व्रत महा कल्याणकारी है और अश्वमेध यज्ञ तुल्य फल देता है।

Advertising