Aquarius Prediction: कुंभ राशि के अगले 3 महीने का भविष्यफल

punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 01:00 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Aquarius Prediction: साल 2025 के 9 महीने लगभग बीत रहे हैं। नौवां महीना चल रहा है इस समय सितंबर का और आगे अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने हैं। यह महीने कुंभ राशि के जातकों के लिए कैसे रहेंगे ? इस पर चर्चा करेंगे। सबसे पहले तो सूर्य की बात करेंगे क्योंकि सूर्य लग्न के कारक होते हैं। किसी भी कुंडली में, स्वास्थ्य के कारक होते हैं। सूर्य आपके लिए 16 नवंबर से लेकर 15 जनवरी यानी कि अक्टूबर का महीना कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य आ जाएंगे। आपके भाग्य स्थान में 15 अक्टूबर को इस समय अष्टम में गोचर कर रहे हैं। अष्टम का सूर्य का गोचर अच्छा नहीं होता। नौवें का गोचर भी अच्छा नहीं होता। सूर्य का गोचर 3, 6, 10, 11 में अच्छा होता है। यानी कि चंद्र कुंडली के तीसरे भाव में, छठे भाव में और 10वें भाव में और 11वें भाव में अच्छा होता है। तो आपके 10वें भाव में आएंगे 16 नवंबर को 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक 10वें भाव में रहेंगे। 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक आपके 11वें भाव में रहेंगे। तो मोटे तौर पर डेढ़ महीना आपके लिए सूर्य के गोचर का अच्छा है। काम के लिहाज से, कारोबार के लिहाज से, आय के लिहाज से, इच्छाओं की पूर्ति के लिहाज से क्योंकि 11वां भाव एलिवेशन, तरक्की का भाव होता है।

गुरु आपके लिए 18 अक्टूबर को आ जाएंगे छठे भाव में। इस समय आपका गुरु का गोचर हो रहा है पंचम में। गुरु का पंचम का गोचर अच्छा होता है। गुरु का छठे का गोचर अच्छा नहीं होता। कुंभ राशि के लिए गुरु आय और धन दोनों भावों के स्वामी हैं। इनके स्वामी का छठे में जाना 18 अक्टूबर से लेकर 4 दिसंबर तक यह ध्यान रखिएगा छठे में जाना। आय और धन भाव के स्वामी का एक स्थिति पैदा कर सकता है कि कोई आपसे पैसे मांगे तो उसको पैसे मत दीजिएगा। इस अवधि में कुंभ राशि के जातकों को हो सकता है कि कहीं विदेश यात्रा का मौका मिले या विदेश से संबंधित कोई फायदा आपको मिल सकता है। गुरु 12वें को भी देखेंगे तो यहां पर गुरु 12वें, दशव के भी कर जाएंगे और धन भाव के भी कर जाएंगे। लेकिन आय भाव क्योंकि आय भाव का स्वामी छठे में है तो पैसे उधार मत दीजिएगा। यह आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। मंगल यदि हम बात करेंगे तो मंगल 7 दिसंबर से धनु राशि में आ जाएंगे और यह 11वें भाव में गोचर करेंगे। पाप ग्रहों का गोचर 3, 6, 11 का अच्छा होता है और मंगल यहां पर 11वें भाव में धनु राशि में आकर आपके लिए अच्छा फल करेंगे और जो कुंभ राशि है यह शनि की राशि है। यहां पर मंगल दशम भाव के स्वामी हो जाते हैं तो कारोबार के स्थान कारोबार के स्थान का स्वामी मंगल वृद्धि वाले भाव में बैठ गया तो यह 7 दिसंबर से आपको अच्छे फल करेंगे। यानी कि दिसंबर का महीना आपका मंगल अच्छा निकाल देंगे। शुक्र 9 अक्टूबर से कन्या राशि में आएंगे।

शुक्र यहां पर 9 अक्टूबर से कन्या में जाएंगे तो अष्टम में चले जाएंगे। अष्टम का गोचर शुक्र का अच्छा होता है। बुध भी अष्टम में अच्छा करते हैं। 2 नवंबर से यह तुला में चले जाएंगे, यह गोचर अच्छा रहेगा और यहां से 26 नवंबर तक गोचर अच्छा है। 26 नवंबर से यह चले जाएंगे आपके दशम भाव में। वृश्चिक राशि का गोचर अच्छा नहीं है क्योंकि शुक्र कुंडली में छठे, सातवें और 10वें भाव में अच्छा गोचर नहीं करते। उसके बाद 20 दिसंबर से धनु में चले जाएंगे। वह गोचर आपके लिए अच्छा हो जाएगा। यानी कि शुक्र का गोचर कुल मिलाकर 9 अक्टूबर से लेकर आगे अच्छा है। बीच में 26 नवंबर से लेकर 20 दिसंबर तक का समय ऐसा है जब शुक्र का गोचर आपके लिए अच्छा नहीं है। इस अवधि में थोड़ा सा जरूर ध्यान रखिएगा क्योंकि शुक्र कुंभ लग्न के लिए योगकारक ग्रह होते हैं। योगकारक ग्रह वो होता है जो एक केंद्र और एक त्रिकोण का स्वामी होता है। कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र की जो वृषभ राशि है वह आपके चौथे भाव में आती है और शुक्र की तुला राशि है वह आपके भाग्य स्थान में आती है।

भाग्य स्थान नौवां भाव होता है, वह त्रिकोण का भाव है और जो फोर्थ हाउस होता है यानी कि चौथा भाव वह केंद्र का स्थान है। अक्टूबर 4 नवंबर तक वृश्चिक में रहेंगे, यह आपके लिए अच्छा है क्योंकि यहां पर बुध आपके लिए दसवें भाव में चले जाएंगे। बुध का दसवें भाव का गोचर अच्छा होता है। 9 अक्टूबर से 4 नवंबर यानी कि लगभग एक महीने का समय वृश्चिक में रहेंगे फिर 6 दिसंबर से 29 दिसंबर तक फिर वृश्चिक में रहेंगे। यह गोचर भी अच्छा है। इस बीच बुध वक्री होंगे तो तुला राशि में आ जाएंगे। तो तुला राशि में जब नाइंथ हाउस में जाएंगे तो वह अच्छा नहीं है आपके लिए लेकिन ये अच्छा नहीं होगा तो शुक्र अच्छे हो जाएंगे।
कुंभ राशि के जातकों के लिए अगले तीन महीने बुध, शुक्र, सूर्य, मंगल और गुरु मंगल के लिहाज से अच्छे हैं। गुरु थोड़ा सा हो सकता है परेशान करें बीच में। पैसे उधार मत दीजिएगा। छठा भाव एक्टिव है तो रोग ऋण, शत्रु का भाव होता है। तो उसका छठे भाव में जाना अच्छा नहीं है।

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Prachi Sharma

Related News