अन्नपूर्णा जयंती 2020: अगर आपके घर में भी यहां पड़ा है चूल्हा तो...

Tuesday, Dec 29, 2020 - 04:28 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म मे अन्नपूर्णा जयंती का पर्व मनाया जा रहा। इसके बारे में लगभग जानकारी हम आपको अपनी वेबसाइट के माध्यम से दे चुके हैं। अब आगे हम आपको बताने वाले हैं कि इस वास्तु के अनुसार जातक को आज के दिन अपनी रसोई में क्या बदलाव करने चाहिए। तो चलिए बिल्कुल भी देर न करते हुए आपको बताते हैं अन्नपूर्णा जयंती के दिन किए जाने वाले खास उपायों के बारे में-

धार्मिक शास्त्रों के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में भी बताया गया है, अन्नपूर्णा जयंती के दिन माता अन्नपूर्णा की पूजा करने से घर के भंडारे कभी नहीं भरते। मगर इसके घर की रसोई का सही होना अति आवश्यक होता है।

वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार अन्नपूर्णा जयंती के दिन ही नहीं बल्कि हर दिन खासतौर पर घर की गृहणी को बिना नहाए कभी रसोई में नहीं जाना चाहिए। इसके साथ-साथ इस हर किसी को घर का निर्माण करवाते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि यह हमेशा घर की दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय-कोण) में हो।

बिना नहाए कभी रसोई में नहीं जाना चाहिए, साथ ही साथ खाना बनाने से पहले हमेशा रसोई और गैस चुल्हे को अच्छी तरह से साफ कर  लेना चाहिए तथा सबसे पहले माता को भोग लगाना चाहिए। 

जब भी रसोई में खाना बनाएं तो जातक का मुख हमेशा दक्षिणा दिशा में होना चाहिए। इसके अलावा रसोई घर में अन्नपूर्णा देवी की तस्वीर ज़रूर लगी होनी चाहिए ताकि खाना बनाने से पहले उन्हें प्रणाम कर सके। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से घर के अन्न भंडार में कभी कमी नहीं आती। 
 
प्रातः जब खाना बनाएं तो सबसे पहले तीन रोटियों बनाएं, जिसमें से पहली रोटी गाय को, दूसरी रोटी कुत्ते को और तीसरी रोटी कौए को खिलाएं। जिन घरों में रोज़ाना ये तीन रोटियां बनती हैंं, उन पर अन्नपूर्णा माता हमेशा प्रसन्न रहती है। 

वास्तु शास्त्र बताते हैं कि घर की दक्षिण दिशा में कभी गैस नहीं होनी चाहिए, जिस घर में इस दिशा में गैस या चूल्हा होता है वहां घर के सदस्यों का स्वास्थ्य खराब रहता है। 

अगर घर में बहन या बेटी विवाहित तो प्रत्येक मां-बाप आदि को चाहिए कि कम से कम साल में एक बार उन्हें 7 प्रकार का अनाज भेंट करके अपने घर से विदा करें, कहा जाता है इससे न तो बेटी के घर में कभी धन की कमी रहती न ही उसके मायके में। 

अपनी क्षमता अनुसार आज के दिन साल में एक बार किसी गरीब ब्राह्मण को अपने वजन के बराबर अनाज अवश्य दें। कहा जाता है ऐसा करने वाले जातक को कभी जीवन में किसी प्रकार की कमी नहीं होती।  
 

Jyoti

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