अनमोल वचन: भगवान को धन नही, प्यार चाहिए

Thursday, Mar 24, 2022 - 03:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हमारे समाज में ऐसी महान विभूतियां हुई हैं जिन्होंने प्राचीन समय में अपने ज्ञान के बलबूते पर नई पहचान बनाई। तो वहीं कुछ ऐसी भी लोग हैं जिन्होंने कलियुग में भी मानव जीवन के हित की बातें बताई है। तो चलिए जानते हैं महान विद्वानों आदि के कुछ अनमोल वचन बताते हैं जो हर किसी के लिए जानना जरूरी है।



दानवीरों को लोग याद रखते हैं। आप अपनी आवश्यकताओं को सीमित कर समाज को अपनी मां समझ कर सेवा करें। सबको मिल कर रहना चाहिए। इस तरह हम सब देवलोक को धरती पर ला सकते हैं। —डा. सोहन राज तातेड़

जैसा व्यवहार अपने लिए चाहते हैं, वैसा ही व्यवहार आप दूसरों के साथ करें। क्षमा करना सीखें, अपने धर्म को पहचानें। सनातन धर्म हमें यही सिखाता है कि सबके साथ अच्छा व्यवहार करें। किसी का दिल नहीं दुखाएं। —सुधांशु जी महाराज

दुनिया का हर मां-बाप अपने बच्चों की चौकीदारी करता है। बच्चों के जीवन का सुधार मां-बाप की छत्रछाया में ही होता है। बच्चा चलना-फिरना, गिर कर उठना, मां-बाप से ही सीखता है। वही धूप बारिश से बचाते हैं और वही उंगली पकड़ कर चलना सिखाते हैं। —राष्ट्र संत चंद्रप्रभ


अव्वल तो तुम्हारे पास मांगने के लिए आना ही न पड़े। यदि कोई आ ही गया है मांगने के लिए मजबूरी के कारण तो उसे कुछ दे सकते हो तो दे दो वरना उसे ऐसा मत बोलो कि ‘चल आगे चल’ क्योंकि आप को अगले जन्म में ये ही शब्द सुनने पड़ सकते हैं।  —दर्शना भल्ला
 प्रस्तुति : अमरनाथ भल्ला, लुधियाना

अपने जीवन में किसी की जो भी मदद कर सकते हो, करो। चाहते हो गरीबी का मुंह न देखना पड़े तो किसी गरीब को रोटी खिलाना शुरू कर दो। गरीब को खिलाया टुकड़ा वहां पहुंचेगा जहां तुम्हारा भाग्य लिखा जाता है। —राष्ट्र संत चंद्रप्रभ

जुल्म के आगे डट जाओ। सब एक हो जाओ। यदि बिखरे रहोगे तो तुम्हारी कोई कदर नहीं होगी। बड़े छोटों को गले लगाएं। छोटी बड़ी उंगलियां जब मिल कर एक हो जाती हैं तो एक शक्तिशाली मुक्का बन जाती हैं। सरल सज्जन और प्रेमी बन जाओ। भगवान को आपका धन नहीं, प्यार चाहिए। —सुधांशु जी महाराज प्रस्तुति : अमरनाथ भल्ला, लुधियाना

Jyoti

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