Kundli Tv- आंवला नवमी पर करें ये काम, जन्मों-जन्मों तक पाएं लाभ

Friday, Nov 16, 2018 - 05:02 PM (IST)

 ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
कार्तिक शुक्ल पक्ष की आंवला नवमी का बहुत महत्व है। आंवला नवमी की तिथि को पवित्र तिथि माना गया है। इस दिन किया गया गौ, स्वर्ण तथा वस्त्र का दान अमोघ फलदायक होता है। इन वस्तुओं का दान देने से ब्राह्मण हत्या, गौ हत्या जैसे महापापों से बचा जा सकता है। चरक संहिता में इसके महत्व को व्यक्त किया गया है। जिसके अनुसार कार्तिक शुक्ल नवमी के दिन ही महर्षि च्यवन को आंवला के सेवन से युवा होने का वरदान प्राप्त हुआ था। मान्यता है की इस दिन ये शुभ काम कर लेने से न केवल इस जन्म के बल्कि आने वाले जन्मों-जन्मों तक के जीवन में सुधार किया जा सकता है।

आंवला नवमी की पूजा
प्रात:काल स्नान कर आंवले के वृक्ष की पूजा की जाती है। पूजा करने के लिए आंवले के वृक्ष की पूर्व दिशा की ओर उन्मुख होकर षोडशोपचार पूजन करना चाहिए। दाहिने हाथ में जल, चावल, पुष्प आदि लेकर व्रत का संकल्प करें। आंवले की जड़ में दूध चढा़एं, कर्पूर से आरती करते हुए वृक्ष की सात बार परिक्रमा करें। 

आंवले के वृक्ष के नीचे ब्राह्मणों को भोजन कराएं तथा दान आदि दें तथा कथा का श्रवण करें। घर में आंवले का वृक्ष न हो तो किसी बगीचे में या गमले में आंवले का पौधा लगा कर यह कार्य सम्पन्न करना चाहिए।

श्री हरि विष्णु और देवी लक्ष्मी को आंवले का भोग लगाएं।

आंवले के वृक्ष के नीचे बैठ कर सपरिवार भोजन करें। यदि आपके भोजन में आंवले का पत्ता गिर जाए तो उसे भगवान का आशीर्वाद समझें।

आंवला नवमी पर आंवला जरूर खाना चाहिए। जूस भी पीया जा सकता है।

जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़ों का दान करें। 

इस दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाने से न केवल इस जन्म बल्कि अगले जन्म में भी  अन्न-धन्न की कमी नहीं रहती। 
Nail Paint आपकी खूबसूरती को इस तरह छीन रहा है (VIDEO)

Niyati Bhandari

Advertising