Kundli Tv- मार्गशीर्ष मास की इस अमावस्या पर मां लक्ष्मी को कैसे बुलाएं घर

Thursday, Dec 06, 2018 - 04:33 PM (IST)

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7 दिसंबर शुक्रवार के दिन मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। ये अगहन और पितृ अमावस्या के नाम से भी जानी जाती है। विष्णु पुराण में बताया गया है, इस महीने में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना बहुत आसान है क्योंकि ये उनका प्रिय माह है। कहते हैं जो व्यक्ति इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा, व्रत, मंत्र जाप और उपाय आदि करता है उसके घर से मां कभी बाहर नहीं जाती। गंगा स्नान करने से बहुत सारे पुण्य प्राप्त होते हैं।

इसी महीने में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। श्रीमद्भगवद् गीता मार्गदर्शन प्रदान करने का एक अद्भुत ग्रंथ है। चाहे आप आध्यात्मिक बोध प्राप्त करने के इच्छुक हों अथवा किसी भी कशमकश से बोझिल व्यक्ति हों अथवा सफलता के लिए कार्यरत किसी बहुत बड़े ओहदे पर हों, गीता आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक प्रभावी दिशा-निर्देशन प्रदान कर सकती है। अत: इस दिन गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। संभव हो तो श्रीमद् भगवद् गीता भेंट के रूप में किसी ब्राह्मण को भी दे सकते हैं।

अमावस्या की रात कच्चा सूत ले आएं। उसे मां लक्ष्मी के चित्र के आगे बैठकर श्रद्धापूर्वक बटें। रोली के छींटे भी लगाएं। इसके पश्चात व्यापार स्थल पर कहीं ऊपर टांग दें। प्रयत्न करें कि हर अमावस्या पर यह क्रिया दोहराई जाती रहे। ऐसा करने से सांझेदारी बनी रहेगी।

पितृ दोष और कुंडली के बहुत सारे दोष दूर दूर करने के लिए मार्गशीर्ष अमावस्या सबसे उत्तम दिन है।

आप धन को लेकर अगर चिंतित हैं या धन आता तो है लेकिन रुकता नहीं है तो अमावस्या की रात पश्चिम की तरफ मुंह करके आसमान की तरफ भाव विभोर होकर
मांगने की मुद्रा में हाथ उठाएं और दोनों हाथ ऊपर करके 7 बार ताली बजाएं।

ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से धीमे-धीमे आपकी आर्थिक स्थिति ठीक होने लगेगी। बुरे समय को खत्म करने के लिए अमावस्या के दिन विष्णु मन्दिर में पीला त्रिकोण झंडा चढ़ाएं।
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Niyati Bhandari

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