Akhuratha Sankashti Chaturthi 2021: आपकी संतान को Intelligent बनाएगी ‘गणेश साधना’

Wednesday, Dec 22, 2021 - 10:40 AM (IST)

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Akhuratha Sankashti Chaturthi 2021: आज 2021 का अंतिम संकष्टी चतुर्थी व्रत है। वैसे तो हर महीने की चतुर्थी तिथि पर गणेश जी के निमित्त व्रत और पूजन का विधान है लेकिन पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन विधिवत पूजा करने से जीवन की सभी समस्याओं का नाश होता है और मनोकामनाएं पूरी होती है। हिंदू धर्म संस्कृति में भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना गया है। ऋद्धि तथा सिद्धि दोनों भगवान गणेश जी की पत्नियां हैं। अत: जो लोग अपनी बुद्धि एवं स्मरण शक्ति में वृद्धि चाहते हैं उन्हें भगवान गणपति की साधना-उपासना कर उन्हें प्रसन्न करने का प्रयत्न करना चाहिए। यदि आपके बच्चे भी इसी श्रेणी में आते हैं तो आपको निम्र गणेश जी के प्रयोग अवश्य आजमाने चाहिए। इन प्रयोगों के प्रभाव से आप बच्चों को सफलता की सीढिय़ां चढ़ते हुए देख पाएंगे। आपके बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर हो, जिनकी बुद्धि कम हो, जो चतुर व होशियार न हों , उनको हेय की दृष्टि से देखा जाता है। 

Ganesh sadhna prayog साधना प्रयोग
यह प्रयोग यदि बच्चा स्वयं कर सकता है तब तो उत्तम है अन्यथा उसके पिता कर सकते हैं। यह प्रयोग केवल पुरुष वर्ग के लिए है अत: महिलाएं या लड़कियां इस प्रयोग को न करें। किसी भी बुधवार अथवा संकष्टी चतुर्थी के दिन प्रात:काल जल्दी उठ जाएं। स्नान आदि से निवृत्त होकर पीले वस्त्र धारण करें, पूर्व दिशा की ओर मुंह करके कुश के आसन पर बैठें। अपने सामने बाजोट पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश का चित्र स्थापित करें। एक प्लेट में गणेश प्रतिमा युक्त सरस्वती यंत्र का लाकेट स्थापित कर दूध व गंगाजल से धोकर पुष्प का आसन देकर, भगवान गणेश व सरस्वती यंत्र के दोनों तरफ कुंकुम से तिलक करें, धूप-दीप करें व अगरबत्ती लगाएं। मोदक (लड्डू) का भोग लगाएं। शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें। दीपक की लौ में देखते हुए निम्र मंत्रों की एक-एक माला जपें और इसके लिए किसी स्फटिक माला का प्रयोग करें।

Powerful Ganesh Mantra
गं : 

श्री गणेशाय नम:
ॐ गणपतेय वर वरदन सर्वजनं में वशमानय ठ: ठ:
ॐ श्रीगणेशाय नम:
ॐ वक्रतुण्डाय नम:
ॐ गं गणपतये नम:
ह्रीं श्रीं क्लीं गौं वरदमूर्तये नम:
ॐ ह्री श्री क्लीं गों गं महान्गणाधिपतये नम:

ग्लौं : 
क्लीं गं ह्रीं महागणपतये स्वाहा
ॐ नमो भगवते गजाननाय
ॐ महाकर्णाय विद्यहं वक्रतुण्डाय धीमिह तन्नो दन्ति: प्रयोदयात्।

मंत्र जाप की समाप्ति पर आंखें बंद करके भगवान गणेश का ध्यान करें और अपने लिए व अपने बच्चों के लिए प्रार्थना करें कि भगवान गणपति जो सर्वस्व देने वाले हैं आपको बुद्धि एवं स्मरण शक्ति प्रदान करें। लॉकेट बच्चे को धारण कराएं व अन्य पूजन सामग्री तालाब आदि में विसर्जित कर दें। इस उपाय से बच्चों के बुद्धि विकास में काफी लाभ होगा।  

 

 

 

Niyati Bhandari

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