अजा एकादशी 2020: ये है भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका

Friday, Aug 14, 2020 - 02:06 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज कल के समय में लोग भगवान को प्रसन्न करके उनकी कृपा तो पाना चाहते हैं, मगर यदि उन्हें इसके लिए किसी प्रकार की मेहनत करने को बोल दिया जाए तो उनके हाथ खड़े हो जाते हैँ। इतना ही नहीं आज के समय की बात करें तो लोग व्रत आदि तो रखना पसंद करते हैं, ताकि उन पर ईश्वर की कृपा हो। परंतु बहुत कम लोग होते हैं जो व्रत आदि रखते समय इससे जुड़े नियमों का भी ध्यान रखते हैं। जिस कारण उनके व्रत रखने के बाद भी उन्हें कोई शुभ प्रभाव नहीं मिलता। ऐसे में कहा जाता है किसी भी प्रकार व्रत रखने वाले व्यक्ति के लिए ये जानना अति आवश्यक होता है उसे इस दौरान कौन से नियमों का पालन करना चाहिए। चूंकि कल भाद्रपद की एकादश तिथि है, जिसके उपलक्ष्य में अजा एकादशी का व्रत मनाया जाएगा। 

प्रत्येक एकादशी तिथि के दिन इस दौरान भी लोग व्रत आदि रखते हैं, विशेष रूप से श्री हरि की पूजा करते हैं। मान्यता है कि एकादशी तिथि के दिन जो जातक पूरी श्रद्धा विश्वास तथा सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा करता है तो उसे अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है। इसका कारण यही है कि भगवान विष्णु को समस्त तिथियों में से एकादश तिथि अधिक प्रिय है।मगर वही जो व्यक्ति इस दौरान जान भूझकर ऐसे काम करता है जिन्हें इस दिन करना वर्जित होता है तो व्रत का फल तो नहीं ही मिलता बल्कि जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं। तो अगर आप नहीं चाहते कि आपके जीवन में परेशानियां आएं तो कल यानि अजा एकादशी के दिन आगे बताए गए काम बिल्कुल न करें। 

नहीं बनाने चाहिए शारीरिक संबंध 
इस दिन व्रत रखने वाले महिला-पुरुष दोनों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि व्रत वाले दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें। जितना हो सके भगवान विष्णु की आरधना करें। कहा जाता है एकादशी तिथि वाली रात को श्री हरि का स्मरण करने से जीवन में लाभ ही लाभ प्राप्त होता है। 

न करें महिलाओं का अपमान 
कुछ पुरुष इस दिन व्रत आदि को रखते हैं मगर अपनी ही घर की महिलाओं आदि का अपमान करते रहते हैं। कहा जाता है ऐसे में उन्हें व्रत का शुभ प्रभाव प्राप्त नहीं होता। इसलिए केवल व्रत वाले दिन ही नहीं बल्कि कभी भी किसी भी दिन किसी भीम महिला का अपमान न करें। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति अपने जीवन काल में महिलाओं का अपमान करता है उस पर भगवान कभी अपनी कृपा नहीं करते। 

ज़रूर करें सहस्त्रपाठ पाठ का जप-
की लोग होते हैं जिन्हें श्री हरि की पूजा कैसे की जाने चाहिए, जानकारी नहीं होती। तो ऐसे में श्री हरि विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए केवल सहस्त्रनाम का पाठ कर सकते हैं। कहा जाता है
एकादशी के दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मगर ध्यान रहे इसे करने की विधि अच्छे से जान लें। सहस्त्रनाम का पाठ शुरू करने से पहले और बाद में भगवान श्ली हरि विष्णु का ध्यान करें। 

इस ध्यान मंत्र से विष्ण जी का स्मरण करें- 
 “शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्। 
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥” 

इसक अलावा इस दिन यानि एकादशी के दिन  विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते समय पीले वस्त्र या पीली चादर ओढ़नी चाहिए। तो वहीं इन्हें अर्पित किया जाने वाला भोग भी पीला ही होना चाहिए।  
ध्यान रहे जिस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें उस दिन न ही नमक का सेवन करें न के दिन सात्विक भोजन के अलावा कुछ ग्रहण करें। 

Jyoti

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