Adhik Maas Purnima 2020: राशि अनुसार करें दान, बनने लगेंगे भाग्योदय के योग

Wednesday, Sep 30, 2020 - 07:49 AM (IST)

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Adhik Maas Purnima 2020: सनातन पंचांग के अनुसार वर्तमान समय में अधिकमास चल रहा है। इस महिने में जप-तप एवं दान-पुण्य का बहुत महत्व है। पूर्णिमा तिथि तो सर्वश्रेष्ठ फल देने वाली है। 1 अक्टूबर 2020 को अधिकमास की पूर्णिमा है। जो नवग्रह की अशुभता को शुभता में परिवर्तित करने के लिए सबसे शुभ मानी गई है। राशि अनुसार करें दान, बनने लगेंगे भाग्योदय के योग

मेष- चू,चे,चो, ला,ली,लू,ले,लो,अ
इस राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं और इनका प्रतिनिधित्व अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता हनुमान जी करते हैं। पूर्णिमा की शाम हनुमान मंदिर में 11 खड़ी लाल मिर्च अर्पित करें। ध्यान रखें मिर्च डंठल वाली होनी चाहिए।  

वृष- ई,उ,ए,ओ,वा,वी,वु,वे,वो
इस राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और इनका प्रतिनिधित्व महालक्ष्मी करती हैं। पूर्णिमा की शाम मां लक्ष्मी के मंदिर में मिश्री का दान करें।

मिथुन- क,की,कु,घ,छ,के,को,ह
इस राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं और प्रतिनिधित्व धन के देवता कुबेर करते हैं। पूर्णिमा की शाम कुबेर देव के मंदिर में जाकर गाय के देसी घी का दीपक जलाएं और हरे मूंग की दाल का दान करें।

कर्क- हि,हे,हु,हो,डा,डी,डू,डे,डो
इस राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और प्रतिनिधित्व देवों के देव महादेव करते हैं। पूर्णिमा की शाम शिव मंदिर में साबुत चावल या दही का दान करें।

सिंह- मा,मी,मू,मे,मो,टा,टी,टु,टे
इस राशि के स्वामी और प्रतिनिधित्व दोनों सूर्य देव ही करते हैं। पूर्णिमा की सुबह भगवान सूर्य नारायण को अर्ध्य देकर आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें। शाम को सूर्य मंदिर में गेहूं का दान करें।

कन्या- टो,पा,पी,पू,ष,ण,ठे,पे,पो
इस राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं और प्रतिनिधित्व कुबेर देव करते हैं। पूर्णिमा की शाम कुबेर देव के मंदिर में हरे मूंग की दाल अथवा हरा धनिया दान करें।

तुला- रा,री,रू,रे,रो,ता,ती,तू,ते
इस राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और प्रतिनिधित्व देवी लक्ष्मी करती हैं। पूर्णिमा की शाम महालक्ष्मी मंदिर में मिश्री से बनी खीर का भोग लगाकर छोटी कन्याओं में बांटें।

वृश्चिक- तो,ना,नी,नू,ने, यो,या,यि,यु
इस राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं और प्रतिनिधित्व राम भक्त हनुमान जी करते हैं। पूर्णिमा की शाम हनुमान मंदिर में गुड़ और चने का भोग लगाएं। फिर वहीं आसन बिछाकर बैठ जाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

धनु- ये,यो,भा,भी,भू,धा,फ,ढ,भे
इस राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं और प्रतिनिधित्व देवता भगवान दत्तात्रेय हैं। पूर्णिमा की शाम दत्तात्रेय जी के मंदिर में धूप-दीप करने के बाद चने की दाल का दान करें।

मकर- भो,जा,जी,जू,खि, खा,खु, खो, गा,गि
मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं और प्रतिनिधित्व बाबा भैरव करते हैं। पूर्णिमा की शाम भैरव मंदिर में सूखे खोपरे का दान करें। काले कुत्ते को तेल से चुपड़ी रोटी खिलाएं।

कुम्भ- गू,गे,गो,सा,सी,सू,से,सो,द
इस राशि के ग्रह स्वामी शनि हैं और प्रतिनिधित्व देवता हैं भैरव। पूर्णिमा की शाम भैरव मंदिर में मीठा पान दान करें।

मीन- दा,दु,थ,झ,दे,दो,चा,चि
इस राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं और प्रतिनिधित्व देवता भगवान दत्तात्रेय हैं। पूर्णिमा की शाम दत्तात्रेय जी के मंदिर में चने की दाल, कच्ची हल्दी की गांठ और बेसन की मिठाई का भोग लगाएं।  

 

 

Niyati Bhandari

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