भोजन करने के लिए क्या होनी चाहिए सही दिशा, आप भी ज़रूर जानें

Saturday, Oct 03, 2020 - 01:11 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म से संबंध रखने वाले लोगों को ज्ञात होगा कि इससे जुड़े कई ग्रंथ व पुराण प्रचलित हैं। जिसमें न केवल समस्त युगों के बारे में वर्णन मिलता है। बल्कि इसमें ऐसी कई बातें बताई गई हैं जिन बातों को अगर मनुष्य अपनाता है तो उसे जीवन में कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इतना ही नहीं जीवन को अच्छा और बेहतर बनाने में मदद मिलती है। भोजन से संबंधित बहुत सी बातें बताई गई है, जैसे भोजन को ग्रहण करने का सही समय के साथ-साथ बैठने का तरीका। ऐसी धार्मिक मान्यताएं हैं अगर व्यक्ति शास्त्रों में बताए गए इन नियमों का पालन करते हुए भोजन ग्रह करता है न तो केवल भोजन से उसे शक्ति को प्राप्त होती है बल्कि समस्त देवता भी उस पर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद बरसाते हैं। 

मगर क्या आप जानते हैं कि न केवल सनातन धर्म से जुड़े शास्त्रों में बल्कि सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से हमें रूबरू करवाने वाला वास्तु शास्त्र भी इससे जुड़े बहुत सी जानकारी हमें प्रदान करता है। जी हां, आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन करते समय प्रत्येक व्यक्ति को किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का कितना महत्व है लगभग सभी लोग इस बात से वाकिफ़ होंगे। तो जाहिर सी बात हैं इसमें ये भी बाखूबी बताया गया होगा कि व्यक्ति को भोजन किस दिशा में बैठकर करना चाहिए। 

परंतु इसके अलावा इसमें ये भी बताया गया है कि कैसे ये दिशाओं न केवल भोजन खाते समय हमें, बल्कि हमारे कुंडली में मौज़ूद ग्रहों पर भी अपना प्रभाव डालती है। मगर बहुत से लोग ऐसे हैं वो न तो इन बातों के बारे में जानते हैं न ही इन पर ज्यादा गौर करते हैं तो अगर आप भी जाने-अनजान में इन बातों को नज़रअंदाज़ करते हैं तो आगे बताई गई बातों को ज़रूर जान लीजिए। 

कहा जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में मारक ग्रह होता है तो उसकी अचानक मृत्यु की आंशका होती है, ऐसे में जातक को हमेशा पूर्व दिशा में मुख करके भोजन करना चाहिए। इससे सेहत अच्छी होती है और जातक की आयु में भी वृद्धि होती है। 

जिस घर के व्यक्ति किसी तरह के रोग जकड़े हों उसे हमेशा पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भोजन करना चाहिए, कहा जाता है इससे बीमारियों से राहत मिलती है। 

जिन लोगों को जीवन में सदैव धन से जुड़ी दिक्कतें बनी रहती हों, उन्हें दिन में तीनों समय भोजन उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए। वास्तु शास्त्र में इस दिशा को कुबेर की दिशा का दर्जा दिया गया है। यानि इस दिशा से सुख-समृद्धि बढ़ती है। 

आखिर में बात करते हैं दक्षिण दिशा की, इस दिशा को यम की दिशा माना जाता है। इसलिए वास्तु शास्त्र के साथ-साथ तमाम धार्मिक शास्त्रों में भी इस दिशा की ओर मुख करके भोजन करने की मनाही है। कहा जाता है इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है। तथा जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 

Jyoti

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