Sawan 2022: घर बैठकर करना चाहते हैं शिव जी को प्रसन्न तो एक बार पढ़ें ये खास जानकारी

Friday, Jul 15, 2022 - 04:46 PM (IST)

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यूं तो श्रावण मास में हर कोई शिव शंकर की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करने में जुटा होता है। परंतु कई ऐसे भी लोग होते हैं जो किसी न किसी कारण वश श्रावम माम में देवों के देव महादेव की मंदिर में जाकर पूजा अर्चना में असफ होते हैं। ऐसे में लोग निराश होकर बैठ जाते हैं। तो आपको बता दें इसमें निराश होने वाली कोई बात नहीं है। जी हां, क्योंकि हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जिसे जानने और अपनाने के बाद आप भी अपने भोलेनाथ से कृपा पा सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कैसे बिना मंदिर जाए और बिना शिव जी की विधि वत पूजा किए कैसे इनकी कृपा के पात्र बना जा सकता है। तो आपको बता दें ऐसा होना मुमकिन है। दरअसल हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं कि श्रावण मास में आप लोग घर बैठ कैसे पूजा कर सकते हैं। 

 
यकीनन ये जानकारी शिव भक्तों के लिए बेहद खास मानी जाएगी क्योंकि कहा जाता है जब एक बार किसी की शिव संग प्रीत लग जाती है तो वो किसी भी हालात में उनकी पूजा करने में पीछे नहीं हटते। तो इसी के मद्देनजर हम आपको बताने जा रहे हैं कि सावन में आप अपने घर में भगवान शिव की पूजा कैसे कर सकते हैं। तो अगर इस श्रावण मास में आप भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग की स्थापना करने का मन भी बना रहे हैं,  मनचाहे ढंग से शिव जी का रूद्रभिषेक व पूजा करने का मन बना रहे हैं तो आपको बता दें इसके लिए आपको कुछ नियमों को पल्ले बांधना होगा। 

ज्योतिष व वास्तु शास्त्र में घर में शिवलिंग रखने के कुछ नियम बताए हैं जिन्हें जानना बहुत ज़रूरी हैं तो आईए जानते हैं क्या है वो नियम-
सबसे पहले आपको बता दें, शिवलिंग की स्थापना घर में नहीं की जाती है लेकिन अगर आप घर पर शिवलिंग की स्थापना करना चाहते हैं तो आप घर पर पारद शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं। मान्यता है कि सावन में इस शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव सभी इच्छाएं पूरी करते हैं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पारद को स्वयं सिद्ध धातु माना गया है। इसका वर्णन चरक संहिता में भी मिलता है।

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ध्यान रखें शिवलिंग की स्थापना कभी भी तुलसी जी के साथ नहीं करनी चाहिए। तुलसी मां के साथ भगवान शालिग्राम की स्थापना ही की जाती है। कुछ लोग ऐसे भी होते है जो तुलसी के साथ शिवलिंग स्थापित कर देते हैं लेकिन ऐसा सही नहीं है। शिवलिंग की स्थापना कभी भी बंद जगह पर नहीं करनी चाहिए। 

सबसे महत्वपूर्ण बात है ये है कि घर में स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई अंगूठे के ऊपर वाले पोर के बराबर ही हो। उससे बड़ा नहीं होना चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग को एक बर्तन में शुद्ध जल भर कर उसमें स्थापित करना चाहिए। ध्यान रखें, पात्र का जल कभी सूखना चाहिए और जिस पात्र में शिवलिंग को घर में रखा है, उसे रोज साफ पानी से धोएं। साथ ही शिवलिंग की सोमवार को विशेष पूजा करनी ज़रूरी हैं।

घर में स्थापित शिवलिंग की हर दिन सुबह स्नान के बाद शिवलिंग का दूध और जल से अभिषेक करना चाहिए और शिव भगवान की आरती गानी चाहिए। गंगाजल से भी शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। शिव मंत्रों से भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहिए।

इसके अलावा इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि शिवलिंग की जलधारा की दिशा हमेशा उत्तर की तरफ होनी चाहिए।

घर के मंदिर में रखें शिवलिंग को अकेले न रखना चाहिए बल्कि उनके पास माता पार्वती की फोटो या मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। श्री गणेश को भी करीब रखें तो बहुत शुभ फलदायी होता है। संभव हो तो शिवलिंग के साथ शिव परिवार की फोटो रखनी चाहिए।


 

Jyoti

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