पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ाती हैं BEDROOM की ये गलतियां

Monday, Jan 15, 2018 - 01:26 PM (IST)

शयन कक्ष घर के उस कमरे को कहा जाता है जहां व्यक्ति आराम फरमाता है। अक्सर ये माना जाता है कि मनुष्य अपने जीवन का लगभग 33 % हिस्सा इस कमरे में बिताता है। यहीं वह अपने द‌िन भर की थकान म‌िटाता है और नई उर्जा प्राप्त करता है। जीवन के प्रेम और सुख के मामले में भी शयन कक्ष बहुत ही महत्व रखता है।  इसलिए ही वास्तुशास्त्र में शयन कक्ष का अधिक ही महत्व बताया गया है। किंतु अगर आपके इस खास कमरे में कोई वास्तुदोष हो जाएं तो, ये ही आपके बुरे स्वास्थ्य का कारण भी बनता है, आलस को दूर करने के स्थान पर कार्यक्षमता को कम कर देता है और पति-पत्नी के बीच की दूरियों का कारण बनता है। तो आईए जानें शयन कक्ष से संबंधिक कुछ बातें जिन्हें करने से बचना चाह‌िए। 

 

बहुत से लोग अपने शयन कक्ष में वॉस बेस‌िन लगवा लेते हैं। वास्तुशास्‍त्र के अनुसार यह र‌िश्तों में व‌िश्वास को कम करता है और शक को बढ़ाता है। इसलिए दांपत्य जीवन को मजबूत करने के लिए कभी भी एेसा न करें। 

 

मेहमानों और दोस्तों को अत‌िथ‌ि गृह या ड्राइंग रूम में ही बैठाएं। अपने बेडरूम में हर क‌िसी को नहीं लाना चाह‌िए। वास्तु के अनुसार यह शयन कक्ष में नकारात्मक उर्जा को बढ़ाता है जो र‌िश्ते में दूर‌ियां बढ़ाने का काम करता है।

 

शयन कक्ष में आइना नहीं लगाना चाह‌िए। अगर लगाना बहुत जरूरी है तो ऐसे लगाएं क‌ि ब‌िस्तर से आपका चेहरा आइने में नहीं द‌िखे। ब‌िस्तर के सामने आइना व्यक्ति के  अंदर नकारात्मक उर्जा बढ़ाती है जो आपके उत्साह को कम करती है।

 

आजकल बॉक्स वाले बेड का प्रचलन खूब चल रहा है। अगर आप भी इस तरह का बैड इस्तेमाल करते हैं तो इनमें कचरे और ब‌िजली का सामान न रखें इससे र‌िश्तों में दू‌र‌ियां बढ़ती है और अक्सर मन मुटाव होता रहता है। बैड के नीचे जूते चप्पल भी नहीं रखें।


बेडरूम में गमला नहीं रखना चाह‌िए। अगर गमला रखना हो तब कृत्र‌िम फूलों वाले गमले लगाएं।

 


वास्तु के अनुसार सिर सदा पूर्व या दक्षिण की तरफ करके सोना चाहिए। उत्तर या पश्चिम की तरफ सिर करके सोने से आयु क्षीण होती है तथा शरीर मे रोग उत्पन्न होते हैं। इसलिए इस दिशा में सिर कर न सोएं।

 


शयन कक्ष में पलंग को दक्षिणो अथवा पश्चिमी दीवार से थोड़ा हटकर लगाना चाहिए।

 


शयनकक्ष में सोते समय पांव द्वार की तरफ नहीं होने चाहिए। इससे नकारात्मक उर्जा हावी होती है और पलंग भी द्वार के पास नहीं होना चाहिए। 

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