शास्त्रों के अनुसार ऐसे करें धन का सही उपयोग

Wednesday, Sep 18, 2019 - 12:29 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पैसा, एक ऐसी चीज़ हैं जो आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसके पास अधिक से अधिक हो। कई लोगों के पास पैसा तो बहुत होता है लेकिन वह फिर यही कहते हैं कि हमारे पास धन की कमी है। ऐसे लोगों का धन अधिक समय तक उनके पास नहीं रहता है। बहुत जल्दी उनके धन का नाश हो जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि जो लोग अपने धन को बचाने की कोशिश करते रहते हैं, उनका धन किसी न किसी रूप में नाश हो जाता है। 

श्लोक
दानं भोगो नाशस्तिस्त्रो गतयो भवन्ति वित्तस्य। 
यो न ददाति न भुङ्क्ते तस्य तृतीया गतिर्भवति॥ 
इस श्लोक के अनुसार धन की तीन ही गति होती है। यानि जो धन के साथ ये काम नहीं करते उनके धन का नाश तय है।

शास्त्रों में बताया गया है कि देवी लक्ष्मी का स्वभाव चंचल होता है। वह एक स्थान पर कभी रूककर नहीं रहती हैं इसलिए इन्हें रोककर रखने की भूल न करें। वरना एक समय आने पर आपका सारा धन नष्ट हो जाएगा।

धन को नष्ट होने से बचाना है तो इसके लिए सिर्फ दो तरीकें हैं या तो आप धन का दान करें। दूसरा आप धन जरुरतमंदों को देते रहें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो धन को सुख-भोग में उपयोग करें। जिन लोगों के पास ढ़ेर सारा धन होता है, लेकिन धन का उपभोग नहीं करते हैं। अपने धन को दान धर्म के कार्यो में खर्च नहीं करते हैं उनका धन तेजी से नष्ट होता चला जाता है। इसलिए धन का सदुपयोग करना चाहिए। इसे रोककर नहीं रखना चाहिए।

Lata

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