Abu Dhabi Mandir BAPS: यू.ए.ई. ने मानव इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा

Thursday, Feb 15, 2024 - 07:43 AM (IST)

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अबू धाबी (ए.एन. आई.): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्वामीनारायण सम्प्रदाय के पदाधिकारियों की उपस्थिति में मंत्रोच्चार के बीच अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। हल्के गुलाबी रंग का रेशमी कुर्ता-पजामा, बिना बांह वाली जैकेट और पटका पहने हुए प्रधानमंत्री ने मंदिर के लोकार्पण समारोह में पूजा विधि में भाग लिया। 

 प्रधानमंत्री ने ‘वैश्विक आरती’ में भी भाग लिया जो बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बी.ए.पी.एस.) द्वारा विश्वभर में बने स्वामीनारायण संप्रदाय के 1200 से अधिक मंदिरों में एक साथ आयोजित की गई। 

इससे पहले मोदी ने यहां पहले हिंदू मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले विभिन्न संप्रदायों के लोगों से मुलाकात की। दुबई-अबूधाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास 27 एकड़ क्षेत्र में करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए मंदिर के उद्घाटन की प्रक्रिया शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री ने मंदिर में कृत्रिम रूप से तैयार की गईं गंगा और यमुना नदियों में जलार्पण भी किया। प्रधानमंत्री ने मंदिर में छैनी और हथौड़े से नक्काशी करते हुए पत्थर पर ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ उकेरा। 

मंदिर के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज यू.ए.ई. की धरती ने मानवता के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखा है। यह मंदिर साम्प्रदायिक सद्भाव और विश्व की एकता का प्रतीक होगा।

मंदिर बनाने में 700 करोड़ रुपए की लागत आई
मंदिर को बनाने में 700 करोड़ रुपए की लागत लगी है। इसकी ऊंचाई 108 फुट है। इस मंदिर भगवान शिव और उनके परिवार से जुड़े सदस्यों, राधा कृष्ण, सीता-राम की मूर्तियों के साथ भगवान जगन्नाथ और तिरुपति बालाजी की भी मूर्ति स्थापित की गई हैं। हिंदू मंदिरों में पशु और पंक्षियों की नक्काशी नहीं की जाती है पर इस मंदिर की दीवारों के पत्थरों पर खाड़ी देश के लिहाज से ऊंटों और राष्ट्रीय पक्षी बाज की भी नक्काशी की गई है।
 

Prachi Sharma

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