आज करें ये व्रत-पूजन, गंभीर से गंभीर रोग होंगे छू मंतर

Wednesday, Dec 20, 2017 - 10:14 AM (IST)

आज 20 दिसम्बर, 2017 बुधवार पौष शुक्ल द्वितीया तिथि है। इस रोज  'आरोग्य व्रत' करने का विधान है। यह व्रत आज से प्रारंभ होगा और मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर विश्राम होगा। शास्त्रों के अनुसार पौष मास सर्वोत्तम माहों की श्रेणी में आता है। इस पवित्र दिन पर सूर्य ढलने के बाद गोशृंगोदक करने का विधान है अर्थात गाय माता के सींगों को धोकर उस जल से स्नान करके सफेद कपड़े पहनकर द्वितीया के चांद का पूजन किया जाता है। चंद्रमा के अस्त होने से पूर्व गुड़, दही, खीर आदि ब्राह्मणों को खिला कर अपनी क्षमता के अनुसार दान देना चाहिए।


जब तक यह व्रत चलता है तब तक व्रतधारी को केवल छाछ ग्रहण करके भूमि पर  शयन करना चाहिए। यदि कोई जातक सारा साल शुक्ल पक्ष की द्वितीया को इस व्रत को धारण कर चंद्र पूजन करने के बाद मार्गशीर्ष के महीने में गन्ने के रस से भरा पात्र दान सहित ब्राह्मण को दे तो उसे उत्कृष्ट स्वास्थ्य प्राप्त होता है।


चंद्रमा का पूजन करते समय करें इन मंत्रों का जाप-

श्रां श्रीं श्रीं सः चंद्रमसे नमः। ओम् सोमाय नमः। 
स क्षीरपुत्राय विद्महे अमृतत्वाय धीमहि। तन्नश्चन्द्रः प्रचोदयात्।

स क्षीरपुत्राय विद्महे अमृतत्वाय धीमहि। तन्नश्चन्द्रः प्रचोदयात्। 
स अमृतांगाय विद्महे कलारूपाय धीमहि। तन्नः सोमः प्रचोदयात्। 


कहते हैं इस व्रत को धारण करने से गंभीर से गंभीर रोग में राहत मिलती है। रोगग्रस्त व्यक्ति के लिए तो यह व्रत संजिवनी बूटी सा प्रभाव देता है। स्वस्थ व सुखी जीवन की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को यह व्रत करना चाहिए। 

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