आज का पंचांग- 16 फरवरी, 2019

Saturday, Feb 16, 2019 - 10:23 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
आज 16 फरवरी, शनिवार की एकादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वेदेवा हैं। जया एकादशी  व्रत, भीष्म द्वादशी, तिल द्वादशी। एकादशी तिथि को जन्मा बच्चा संतोषी नेचर वाला यानि कि थोड़ा मिलने पर भी संतुष्ट हो जाने वाला होता है। धर्म परायणी, धार्मिक सोच-विचार वाला, धनी एवं अच्छी धन-सम्पदा अर्जित करने वाला, विद्वान, वैल एजुकेटिड, मिलनसार तथा लीडर्स तक अच्छे कांटैक्ट तथा अपरोच रखने वाला होता है। लोहा-लैदर से बनी किसी वस्तु का दान करना ठीक रहता है।

वार
शनिवार के देवता यम हैं। इस बार जन्मा बच्चा कुछ जिद्दी, अडिय़ल नेचर वाला, अपनी बात-कमिटमैंट तथा स्टैंड का पक्का तथा उस पर स्थिर रहने वाला, इंसाफ पसंद न किसी की धक्केशाही टोलरेट करने वाला तथा न ही किसी के साथ ज्यादती करने वाला होता है। हर काम को सोच-विचार कर फाइनल करने वाला, किन्तु नैगेटिव सोच-प्रभाव से जल्द प्रभावित हो जाने वाला होता है। मांह तथा काले तिलों का दान करना कल्याणकारी रहता है।

करण
विष्टि करण का स्वामी यम तथा बव करण का स्वामी इंद्र है। विष्टिï करण में जन्मा बच्चा कुछ सख्त, अडिय़ल नेचर वाला, दूसरों के साथ जल्द एडजस्टमैंट या कम्प्रोमाइज न करने वाला, लिकर-नानवैज का शौकीन होता है, जबकि बव करण में जन्मा बच्चा जिम्स, हैल्थ क्लब्स, हैल्थ केयर जैसे कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है।

योग
प्रीति योग के स्वामी विष्णु हैं। इस योग में जन्मा बच्चा गॉड फियरिंग, ईश्वर भक्त होता है। वह न तो किसी के साथ कोई गलत बात स्वयं करता है और न ही किसी की गलत बात, गलत एक्शन को टोलरेट करता है। विष्णु भगवान की पूजा-अर्चना करना, वट, पीपल, तुलसी जैसे पौधे लगाना तथा उनकी केयर करना प्रशस्त है।

नक्षत्र
आद्र्रा नक्षत्र के देवता रुद्र तथा स्वामी राहू हैं। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा, लिकर, टैलीकॉम, कम्युनिकेशन, बुक्स पब्लिकेशन जैसे प्रोफैशन में इंट्रैस्ट रखने वाला तथा सक्सैस पाने वाला होता है। बड़ा होकर वह दूरदर्शी तथा दूरगामी परिणामों का अनुमान लगाने वाला, थोड़ा-बहुत नशीले पदार्थों का सेवन करने वाला होता है। बेल, बेलपत्री, बेर जैसे वृक्षों को लगाना कल्याणकारी रहता है। 

आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल-
समय- प्रात: 8.00 बजे से सायं 7.05 तक

नामाक्षर-

यह बच्चा म्यूजि़क का शौक रखने तथा उसके बारे में समझ तथा सूझबूझ रखने, सोच-विचार में क्लीयर माइंड वाला, किसी के बारे में भी मलिन सोच न रखने वाला होता है। नेचर से वह संतोषी होता है।

समय- सायं 7.06 से लेकर 16-17 मध्य रात 12.30 तक

नामाक्षर-के

यह बच्चा रेडियो, टी.वी., जर्नलिज्म, एडिटिंग, पब्लिकेशन, प्रिंटिंग, अकाऊंट्स, अकाऊंट्स की आडिटिंग, फाइनैंशियल इंस्टीच्यूटस के साथ जुड़े प्रोफैशन में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है।

समय- 16-17 मध्य रात 12.31 से लेकर अगले दिन (17 फरवरी) प्रात: 5.56 तक

नामाक्षर- को

यह बच्चा कानून-वकालत में अपना स्थान बनाने, ज्यूडिशयरी के लिए अपनी सिलैक्शन हेतु यत्नशील रहने वाला, वैल ड्रैस में रहने वाला होता है। तर्क-वितर्क-टाक्स में भी परफैक्ट होता है।

शुभ पंचांग
तारीख : 16 फरवरी, 2019

वार : शनिवार

अयन : उत्तरायण 

विक्रमी सम्वत् : 2075

विक्रमी फाल्गुन प्रविष्टा : 4

राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1940

शक माघ तारीख : 27

हिजरी साल : 1440

महीना : जमादि उल्सानी, तारीख 10

पक्ष : माघ शुक्ल

तिथि : एकादशी (दोपहर 12.02 तक) तथा तदोपरांत तिथि द्वादशी।

नक्षत्र : आद्र्रा (सायं 7.05 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र पुनर्वसु।

योग : प्रीति (16-17 मध्य रात बारह बजे तक) तथा तदोपरांत योग आयुष्मान।

करण : विष्टिï (दोपहर 12.02 तक) तथा तदोपरांत करण बव।

चंद्र राशि : मिथुन (पूरा दिन-रात)।

सूर्योदय/सूर्यास्त : प्रात: 7.02/सायं 6.11 (जालन्धर समय)।

राहू काल : प्रात: 09.00 से 10.30 बजे तक।

भद्रा काल-
भद्रा दोपहर 12.02 तक रहेगी। सूर्योदय कालीन कुंडली भद्राकाल भद्रा

सायं 5.29 से प्रारम्भ होगी।

सूर्य कुंभ में

चंद्रमा मिथुन  में

मंगल मेष में

बुध कुंभ में

गुरु वृश्चिक में

शुक्र धनु में

शनि धनु में

राहू कर्क में

केतु मकर में

दिशा शूल

पूर्व एवं ईशान दिशा के लिए। इस दिशा की यात्रा न करें।

बुध उदय
बुध प्रात: 7.11 पर पश्चिम में उदय होगा।

दिशा शूल-
पश्चिम और नैर्ऋत्य दिशा के लिए। इस दिशा की यात्रा न करनी चाहिए।
इस रंग की गाड़ी खरीदते ही सारी problems हो जाएंगी दूर (VIDEO)

Jyoti

Advertising