आज का पंचांग- 14 फरवरी, 2019

Thursday, Feb 14, 2019 - 07:24 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)

आज 14 फरवरी, 2019 नवमी तिथि की स्वामी श्री दुर्गा जी हैं। इस तिथि में जन्मा बच्चा धर्म परायणी, धर्म में विश्वास-आस्था रखने, पौराणिक लिटरेचर भी स्टडीज करने, सैल्फ इंट्रोस्पैक्शन (आत्म मंथन) करने, एजुकेशन से सम्बद्ध कामों, प्रोग्रामों में इंट्रैस्ट रखने तथा फीमेल सैक्स के प्रति ज्यादा अट्रैक्शन महसूस करने वाला होता है। दुर्गा माता की पूजा-अर्चना करना कल्याणकारी रहता है।

नक्षत्र - योगवैधृति योग के स्वामी दिति हैं। इस योग में जन्मा बच्चा बहुत अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी वाला, बहुत तेजस्वी, ओजस्वी, विरोधियों की बहुत परवाह न करने तथा दूसरों को ज्यादा वेट-लिफ्ट न देने वाला, अपनी कमिटमैंट, स्टैंड का पक्का होता है। सूर्य भगवान की पूजा-अर्चना करना तथा गुलाब, मौलश्री जैसे पौधे लगाना तथा उनकी केयर करना कल्याणकारी रहता है।

करण- कौलव करण का स्वामी मित्र है। इस करण में जन्मा बच्चा मित्रों के व्यापक सर्कल वाला, फ्रैंड्स-फ्रैंडशिप का दीवाना, उसे बहुत इम्पोर्टैंस तथा प्रैफरैंस देने वाला तथा उन पर बहुत डिपैंड करने वाला होता है। जरूरत के समय अपने फायदे के लिए फ्रैंड्स को यूज़ करने के तरीके में भी वह एक्सपर्ट होता है।

वार- बृहस्पतिवार के देवता अधिदेवता ब्रह्मा जी हैं। इस दिन जन्मा बच्चा वैल एजुकेटिड, धर्म-परायणी, धार्मिक सोच-विचार वाला, दीन-दुखियों, पीड़ितों की हैल्प करने वाला, उसके दुख-दर्द को समझने वाला, टीचिंग, कोचिंग, टैक्सट बुक्स की प्रिंटिंग, पब्लिकेशन तथा रिसर्च से जुड़े प्रोफैशंस में इंट्रैस्ट रखने वाला, तर्क-वितर्क में एक्सपर्ट होता है। बृहस्पति की पूजा-अर्चना करना तथा पीपल, वट, जैसे वृक्षों के पौधे लगाना प्रशस्त है।


सूर्योदय कालीन कुंडली
शुभ पंचांग
तारीख:
14 फरवरी, 2019
वार: बृहस्पतिवार
अयन: उत्तरायण 
विक्रमी सम्वत्: 2075
विक्रमी फाल्गुन प्रविष्टे:    2
राष्ट्रीय शक सम्वत्: 1940
शक माघ तारीख: 25
हिजरी साल:  1440
महीना: जमादि उल्सानी, तारीख 8


पक्ष: माघ शुक्ल
तिथि : नवमी (बाद दोपहर 2.55 तक) तथा तदोपरांत तिथि दशमी।
नक्षत्र  : रोहिणी (रात 10.01 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र मृगशिर।
योग: ऐन्द्र (प्रात: 8.34 तक) तथा तदोपरांत योग वैधृति।
करण    : कौलव (बाद दोपहर 2.45 तक) तथा तदोपरांत करण तैतिल।
चंद्र राशि:    वृष (पूरा दिन-रात)।
सूर्योदय/सूर्यास्त    :    प्रात: 7.14/सायं 6.09 (जालन्धर समय)
राहू काल:    दोपहर 01.30 से 03.00 बजे तक।

स्पैशल पर्व-दिवस
माघ गुप्त नवरात्रे समाप्त। वैलेंटाइन्स डे।

सूर्योदय कालीन कुंडली
सूर्य    कुंभ में
चंद्रमा    वृष  में
मंगल    मेष में
बुध    कुंभ में
गुरु    वृश्चिक में
शुक्र    धनु में
शनि    धनु में
राहू    कर्क में
केतु    मकर में

दिशा शूल
दक्षिण एवं आग्नेय दिशा के लिए—
इस दिशा की यात्रा त्याग देनी चाहिए।

आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल
समय - 
प्रात: 4.22 से लेकर प्रात: 10.15 तक
नामाक्षर- व/ब 
यह बच्चा ब्यूटी तथा अपोजिट सैक्स के प्रति ज्यादा अट्रैक्शन रखने वाला, साफ्ट-स्वीट स्पोकन, मिक्सड कलर वाले फैशनेबल कपड़ों को पसंद करने तथा पहनने का शौकीन होता है।

समय - प्रात: 10.16 से लेकर सायं 4.08 तक
नामाक्षर- वी/बी
इस जातक का इंट्रैस्ट अपनी फैमिली में ज्यादा होता है। वह अक्सर फैमिली तथा रिश्तेदारों का परवर होता है। वह अपने में तथा अपने परिवार में मस्त रहने वाला होता है।

समय - सायं 4.09 से लेकर रात 10.01 तक
नामाक्षर- वू/बू
यह बच्चा नेंवी, मर्चैंट नेवी, समुद्र के साथ जुड़े प्रोफैशंस में इंट्रैस्ट रखने वाला, कोल्ड ड्रिंक्स, लिकर, आइसक्रीम, होटलिंग, केटरिंग, बेकरी, पैट्रोलियम इत्यादि काम-धंधे के साथ जुडऩे वाला होता है।

समय -14-15 मध्य रात 3.41 से लेकर अगले दिन (15 फरवरी) प्रात; 9.32 तक
नामाक्षर- वो/बो
यह बच्चा फिल्म मेकिंग, टी.वी. प्रोग्रामों की प्रॉडक्शन, टी.वी., रेडियो प्रोग्रामिंग, स्टेज परफार्मैंस से सम्बद्ध कामों को लाइक करने वाला होता है। कंस्ट्रक्शन के काम में भी इंट्रैस्ट हो सकता है।  

कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !

Niyati Bhandari

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