बृहस्पति ग्रह के चांद ‘यूरोपा’ में छिपा है एक विशाल समुद्र

Tuesday, Aug 02, 2022 - 01:18 PM (IST)

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बृहस्पति ग्रह के बर्फीले चंद्रमा ‘यूरोपा’ का पता लगाने के लिए नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के मिशन ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने ‘यूरोपा क्लिपर’ नामक अंतरिक्ष यान के अहम हिस्से का निर्माण पूरा कर लिया है। बृहस्पति के चंद्रमा पर इंसानों के रहने की क्षमता का पता लगाने के लिए यह अंतरिक्ष यान कुछ विशेष उपकरणों से लैस होगा।

वैज्ञानिकों का मानना है कि ‘यूरोपा’ के बर्फीले खोल के नीचे एक महासागर है जिसमें पृथ्वी के सभी महासागरों की तुलना में अधिक पानी है और यह जीवन को आश्रय दे सकता है। अंतरिक्ष यान के मुख्य हिस्से को अमरीका के मैरीलैंड में जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी से कैलिफोर्निया में जैट प्रोपल्शन लैबोरेटरी (जे.पी. एल.) भेजा गया है। 

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अगले 2 वर्षों में जे.पी. एल. की टीमें अंतरिक्ष यान के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ कर तैयार कर लेंगी। पूरा होने के बाद, ‘यूरोपा क्लिपर’ किसी भी ग्रह पर भेजे गए मिशन के लिए नासा द्वारा विकसित अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान बन जाएगा। इसे साल 2024 में ‘यूरोपा’ की ओर भेजे जाने की उम्मीद है। रोचक तथ्य : ‘यूरोपा’ पर बर्फ की परत लगभग 16 से 24 किलोमीटर मोटी है।


 

Jyoti

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