ज्योतिष में भारतीय संस्कृति का वृहद रूप समाहित, जरूरत है अधिकाधिक शोध कार्यों की: जी.डी. वशिष्ठ

Monday, Dec 23, 2019 - 10:38 AM (IST)

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64वां अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन व प्रदर्शनी
इस प्रामाणिक विद्या को शर्तिया व गारंटी वाले दावे करने वाले बाबाओं व ठगों से बचाने के लिए जागरूकता जरूरी : राजिंद्र बेरी
जालंधर (राहुल):
सिद्धपीठ व मां अन्नपूर्णा की पावन भूमि पर देश-विदेश में ख्याति प्राप्त ज्योतिषाचार्य, वैदिक ज्योतिष, वास्तु, लाल किताब विशेषज्ञ व विद्वानों का आगमन भी किसी पवित्र यज्ञ से कम नहीं है। मेरा ऐसे कार्यक्रम में शामिल होना भी पुण्य कर्मों का फल है। उक्त शब्द विधायक राजिंद्र बेरी ने अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच द्वारा आयोजित 64वें अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन के पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहे। 

उन्होंने कहा कि ज्योतिष एक प्रमाणिक विद्या है। वर्तमान में इस विद्या के नाम पर किसी भी समस्या के शर्तिया व गारंटी वाले दावे करने वाले बाबाओं व ठगों से इसे बचाने के लिए जागरूकता की आवश्यकता है। मंच द्वारा शुरू किया गया ज्योतिष जागरूकता अभियान सराहनीय है। पवित्र मंगलाचरण व सरस्वती वंदना के पश्चात शुरू हुए आज के सत्र की अध्यक्षता डॉ. अजय भाम्बी व लाल किताब विशेषज्ञ पंडित जी.डी. वशिष्ठ ने की। उन्होंने कहा कि ज्योतिष में भारतीय संस्कृति का वृहद रूप समाहित है, जरूरत है अधिकाधिक शोध कार्यों व समुचित प्रचार-प्रसार की। अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर लगातार 64 सफल सम्मेलनों का आयोजन करना सतत् साधना के समान है। इसके लिए मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पंडित राजीव शर्मा और उनकी समूची टीम बधाई की पात्र है।

सैल्फी व आधुनिक संचार माध्यमों का हुआ खुलकर प्रयोग
सम्मेलन के दौरान आज विभिन्न प्रदेशों से आए ज्योतिषियों, ज्योतिष जिज्ञासुओं ने सैल्फी व अन्य आधुनिक संचार माध्यमों का खुलकर प्रयोग किया। विभिन्न ज्योतिषीय विद्याओं के विशेषज्ञों के साथ युवा ज्योतिष जिज्ञासु जहां अपनी समस्याओं, प्रश्नों के बारे में चर्चा कर रहे थे, वहीं अपनी पसंद के बुद्धिजीवियों के साथ सैल्फी भी खिंचवाते नजर आए। इस दौरान कई लोग जहां अपनी समस्याओं के निदान के लिए अपनी-अपनी कुण्डलियां, जन्मपत्रियां दिखा रहे थे, वहीं आवश्यकता के अनुरूप अपने पारिवारिक सदस्यों की कुण्डलियों को मंगवाने के लिए व्हाट्सएप, ई-मेल व अन्य माध्यमों का खुलकर प्रयोग करते नजर आए। 

ज्योतिष उपायों संबंधी सामान के प्रति लोगों ने दिखाई रुचि
सम्मेलन के दौरान विभिन्न लोगों द्वारा अपनी कुण्डलियों के माध्यम से अपनी विभिन्न समस्याओं के निदान संबंधी देश-विदेश से आए ज्योतिषियों से चर्चा की और उनके निदान के लिए सुझाए गए उपायों के अनुरूप सम्मेलन स्थल पर लगी प्रदर्शनी का भरपूर लाभ लिया। प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न उपायों के सामान, पुस्तकें, सॉफ्टवेयर, फेंगसुई सामग्री, मालाएं, रुद्राक्ष, रत्न, लॉकेट, अंगूठियां, शंख, स्फटिक, पारद सामग्री, पिरामिड आयुर्वैदिक दवाइयां, इत्र, गऊ आधारित उत्पादों, वास्तु अनुरूप वस्तुओं के प्रति भी अपनी भरपूर रुचि प्रदर्शित की।

ज्योतिष शास्त्र में महिलाओं की बढ़ती सक्रियता से बदल रहा है समाज : पं. राजीव शर्मा
मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पंडित राजीव शर्मा ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र में महिलाओं की बढ़ती सक्रियता से समाज बदल रहा है। जरूरत है ज्योतिष के सही स्वरूप को जनसाधारण तक पहुंचाने की। इसके लिए मंच द्वारा निरंतर प्रयास जारी है। नारी शक्ति को समर्पित सत्र में दीप्ति कपूर (दिल्ली), रेखा डागर, कृति, अनिता शर्मा, सीमा कालड़ा, ज्योति शर्मा, प्रिया त्यागी, गीता अलावादी, प्रवीण अरोड़ा, सोनिया बाली, इंदु शर्मा, चित्रा, प्रतिमा कौशल, सीमा शर्मा, मोनिषा भाटिया, लीना मित्तल, पूजा शर्मा, वीना नारंग, परवीन तिवाड़ी, सीमा पुंज, सिम्मी शर्मा, कुसुम लता व अन्य ने विभिन्न विषयों पर अपने शोध पत्रों के माध्यम से विभिन्न विषयों की तथ्यात्मक चर्चा व उनकी विवेचना की।

इस दौरान पंडित अमित तिवाड़ी (मध्य प्रदेश), लाल किताब विशेषज्ञ पंडित ओम प्रकाश शास्त्री, विमल पुहुजा, राकेश डगर, अनिल बत्रा, राहुल शर्मा, योगेश मेहता,  संदीप चावला, सूर्यकांत, विजय शर्मा, विनय कपूर, एस.के. अरोड़ा, एस्ट्रो पुनीत सर्राफ (उज्जैन), संदीप, विमल मेहरा (अमृतसर), मुकेश गर्ग (सहारनपुर), लोकेश धमीजा दिल्ली, आचार्य अमित तिवारी (मध्य प्रदेश), संजय शर्मा (अमृतसर), अशोक मिश्रा (पटना), डॉ. नितिन दांडेकर, सतवीर कसवान, आचार्य श्रीअंजन (वाराणसी), आनंद केजरीवाल (असम), आचार्य अरुण कुमार पांडेय (गोरखपुर), शंखयाजीत भट्टाचार्य (कोलकाता), विवेक रॉय, आचार्य विजय तिवारी, डॉ. शैलेश मेहता, डॉ. रमेश शुक्ला (गुजरात) गगन पाठक, बृजमोहन कपूर, दीपक धवन व विभिन्न विद्वानों ने अपनी सहभागिता दर्ज करवाई।

विश्व प्रसिद्ध लाल किताब विशेषज्ञ पंडित जी.डी. वशिष्ठ को मिला शुद्ध सोने का गौरव चिन्ह
ज्योतिष के क्षेत्र में अतुलनीय शोध कार्य करने व विश्व प्रसिद्ध लाल किताब विशेषज्ञ पंडित जी.डी. वशिष्ठ को मंच द्वारा शुद्ध सोने के गौरव चिन्ह से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष पं. राजीव शर्मा, डॉ. अजय भाम्बी, संरक्षक विक्रान्त शर्मा, पंडित ओम प्रकाश शास्त्री, बिट्टू पंडित, पंडित विपन शर्मा ज्वाली व अन्य गण्यमान्य उपस्थित रहे। मंच की ओर से विधायक राजिंद्र बेरी को दोशाला व स्मृति चिन्ह भेट कर उनका आभार प्रकट किया गया। 

Lata

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