बाबा नानक ने दिखाया था मानवता की सेवा का रास्ता

Tuesday, Nov 12, 2019 - 09:25 AM (IST)

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श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के लिए देश-विदेश के करोड़ों लोग उत्साह तथा श्रद्धा से भरपूर हैं। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए रास्ता भी खुल गया। भारत तथा पाकिस्तान की सरकारों ने बाबा को सिजदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बेमिसाल निर्माण, नगर-कीर्तन, सैमीनार, गुरबाणी कीर्तन की वर्षा। इस सब दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगरों के प्रबंध, जो गुरु साहिब की तरफ से रूहानी मानव-सेवा के उस मार्ग पर चलने का यत्न है, जो भूखे साधुओं को 20 रुपए से भोजन छकाने के आरंभिक कदम से प्रारंभ हुआ था। गुरु जी के इस सेवा-फलसफे को संसार भर में और ज्यादा प्रतिबद्धता तथा दृढ़ता से अपनाए जाने की जरूरत है।

संसार में उन लोगों की बड़ी गिनती है जिनके पास धन-दौलत तथा कमाई के भरपूर स्रोत हैं परंतु उन लोगों की तो गिनती ही नहीं की जा सकती जो दो-वक्त की रोटी के मोहताज हैं तथा दुखों, रोगों, संकटों के फेर में फंसे हैं। लाखों-करोड़ों लोग कुदरती-गैर कुदरती आफतों के शिकार हैं तथा उनकी आंखें इंतजार कर रही हैं कि कोई 'सच्चे-सौदे' वाले रास्ते का मसीहा सहायता के लिए उन तक आए।

ऐसी ही सेवा भावना को अपने मन में रखकर पंजाब केसरी पत्र समूह के मुख्य संपादक श्री विजय कुमार चोपड़ा जी ने पीड़ितों तथा आफतों के शिकार लोगों की सेवा का बीड़ा उठाया। इन प्रयत्नों के अधीन विधवा औरतों को राशन की बांट, आतंकवाद पीडि़तों के लिए विशेष फंड, जरूरतमंद विद्यार्थियों के वजीफे तथा खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए राहत सामग्री भिजवाने का अभियान चलाया गया। अक्तूबर 1999 से जारी इस अभियान के अधीन अब तक सैंकड़ों ट्रकों की सामग्री उन परिवारों तक पहुंचाई गई जिनके चूल्हों की आग बुझाने के लिए सीमा पार से ओच्छी हरकतें की जा रही हैं।


इस सिलसिले में 529वें ट्रक की राहत सामग्री बीते दिनों पंजाब के पठानकोट जिले से संबंधित सीमावर्ती गांव काशी बाड़वां में सरपंच बलदेव राज शर्मा तथा समाजसेवी सुमित कुमार की देख-रेख में बांटी गई। यह सामग्री श्री गुरु तेग बहादुर सेवा समिति मंडी गोङ्क्षबदगढ़ की प्रधान श्रीमती परमजीत कौर मग्गो, कैशियर इंद्रजीत सिंह मग्गो की तरफ से लोगों के सहयोग से भिजवाई गई थी। समिति की तरफ से पहले भी कई ट्रकों की सामग्री पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती परिवारों के लिए भिजवाई जा चुकी है।


काशी बाड़वां के राहत बांट आयोजन को संबोधित करते हुए राहत अभियान के मुखी योगाचार्य वङ्क्षरद्र शर्मा ने कहा कि भूखे लोगों को भोजन कराने से उत्तम कोई कार्य नहीं है। सेवा के इस मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति महान सोच का मालिक ही हो सकता है। गरीबों, बेसहारों, रोगियों, जरूरतमंदों तथा आफतों के शिकार लोगों के लिए हमें हरसंभव यत्न करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में मुसीबतों का सामना कर रहे लोगों की मदद के लिए हमारी तरफ से किए छोटे से यत्न से ही उनको  बड़ा हौसला मिल सकता है।
श्री शर्मा ने कहा कि आज सत्ताधारी लोगों तथा यहां तक कि विपक्षी पार्टियों से संबंधित नेताओं की सोच भी सिर्फ वोटों तक सीमित होकर रह गई है। उनका मकसद वोटें लेकर सत्ता का सिंहासन हासिल करना तथा सुख-सुविधाएं प्राप्त करना ही होता है। देश के संकटग्रस्त नागरिकों को लावारिस की हालत में छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग आज जिस तरह की मुसीबतों का सामना कर रहे हैं उनके हल के लिए सरकारों के यत्न नाममात्र भी नहीं हैं। ऐसी हालत में पंजाब केसरी पत्र समूह की तरफ से रोजी-रोटी का संकट झेल रहे लोगों तक 20 वर्षों से लगातार राशन तथा अन्य सहायता सामग्री भिजवाई जा रही है, जो एक महान कार्य है।

Jyoti

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