2nd day of Navratri: व्यापार में वृद्धि के लिए आज करें देवी ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न

Tuesday, Sep 27, 2022 - 07:37 AM (IST)

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Second Day Of Navaratri : नवरात्रि का दूसरा दिन देवी ब्रह्मचारिणी को समर्पित है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ है, तप का आचरण करने वाली देवी। मां भगवती ने भगवान शंकर के लिए घोर तप किया था। कई वर्षों तक देवी फल और फूल खाकर ही जीवित थी। इसके पश्चात कई वर्षों तक पेड़ों से घिरे बिल्व पत्र को अपना आहार बनाया और फिर इसके पश्चात लंबे समय तक निर्जल-निराहार रह कर तप किया। देवी के इतने कठोर तप तो देखकर समस्त देवता गण, सिद्ध, ऋषि प्रसन्न होकर उन्हें इच्छित वर का वरदान देते हैं। देवी का यह अलौकिक रूप तप के तेज के कारण करुणामई और भक्तों को तप के मार्ग पर चलने के लिए शक्ति देने वाला है। वे अपने एक हाथ में जप माला और दूसरे हाथ में कमंडल धारण किए हुए हैं। साधक का मन दूसरी नवरात्रि में स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होता है। देवी का ध्यान करने व पूजन करने से किशोरावस्था और युवावस्था के बच्चों में ब्रह्मचर्य तपस्या व सही आचरण करने का ज्ञान प्राप्त होता है। देवी की कृपा से सद मार्ग पर चलने एवं कठिन परिश्रम से सफलता पाने के रास्ते बनने लगते हैं।


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Brahmacharini Mantra Jaap:
लंबी आयु, आरोग्य, आत्मविश्वास और सौभाग्य प्राप्त करने के लिए करें मां ब्रह्मचारिणी के मंत्र का जाप
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः.

प्रात: काल में देवी के प्रतिरूप की पंचोपचार से पूजा करें। इसके पश्चात उन्हें शक्कर का भोग अवश्य लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख व शांति का वास होता है और परिवारजनों में आपसी तालमेल बना रहता है।

देवी को मेवों की बनी एक माला चढ़ाएं। यदि किसी को व्यापार में निरंतर घाटा हो रहा है तो ऐसा करने से व्यापार में वृद्धि के रास्ते खुल जाएंगे।

देवी का ध्यान करते हुए उन्हें शंख चढ़ाने से शत्रुओं पर विजय मिलती है और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।

छोटी कन्याओं को आज के दिन शकरकंद का दान देना अति शुभ कार्य फल देता है।

नीलम
8847472411 

Niyati Bhandari

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