शनि देव हैं 2022 के राजा, ये हैं New year की 10 प्रमुख भविष्यवाणियां !

Sunday, Jan 02, 2022 - 08:13 AM (IST)

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2022 astrology predictions: नव वर्ष यानि साल 2022 की शुरुआत कन्या लग्न व वृश्चिक राशि में शनिवार से हो रही है, जिसके कारक शनिदेव हैं। इसके अलावा हिंदू नववर्ष यानि नवसंवत्सर 2079 की शुरुआत भी शनिवार से ही होगी। ऐसे में इस पूरे साल के राजा शनिदेव ही रहेंगे। वर्ष की शुरुआत में लग्न की स्थिति हस्त नक्षत्र के पहले चरण में तथा चंद्रमा की स्थिति जेष्ठा नक्षत्र के पहले चरण में है । साथ ही लग्नेश बुध परस्पर पांचवें घर में शनि के साथ विराजमान हैं।


वर्ष 2022 की ग्रह गोचर की स्थिति के अनुसार 10 ऐसी भविष्यवाणियों के बारे में बताया जा रहा है, जो वर्ष 2022 में ग्रहों के प्रभाव से घटित हो सकती हैं।

नए साल 2022 में न्याय के देवता शनि राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में अपना खेल दिखाएंगे। चंद्रमा, मंगल एवं केतु के साथ तृतीय स्थान में रहने के कारण भारतवर्ष का पराक्रम तो बढ़ेगा, किन्तु राजनीतिक अस्थिरता का भी योग बनेगा।

वर्ष 2022 के राजा शनि और मंत्री देव गुरु बृहस्पति के प्रभाव से विश्व एवं भारत के सामाजिक, आर्थिक  एवं राजनीतिक परिदृश्य पर कई बदलाव देखने को मिलेंगे। कईयों की कुर्सी खिसकेगी। राजनीतिक दलों में संगठनात्मक स्तर पर भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।

कई दलों के गठजोड़ बनेंगे और बिखराव भी होगा। महंगाई को लेकर लोगों का गुस्सा भी दिखेगा।

सरहदों पर तनाव बढ़ सकता है लेकिन युद्ध की कोई संभावना नहीं है।

2022 में कालसर्प योग विश्व कुंडली में बनता हुआ दिख रहा है, जिसमें राहु का मुख्य स्थान भाग्य स्थान में है। वर्ष लग्न के विचार से शनि की दृष्टि राहु पर होने के कारण ग्रह स्थिति इस वर्ष विश्व भर में अप्रत्याशित घटनाचक्र का आभास कराएगी।



शनि व मंगल का द्विद्वादश योग विश्व के कुछ शक्तिशाली देशों में आपसी वैमनस्य को बढ़ाएगा। भारत में पश्चिमोत्तर क्षेत्र किसी प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ सकते हैं। भूकंप और सुनामी का खतरा रहेगा। धन और जन की हानि हो सकती है।

जगत लगन कुंडली तथा नव वर्ष प्रवेश कुंडली में कालसर्प योग के अलावा गुरु व शुक्र और सूर्य व शनि आदि परस्पर विरोधी ग्रहों के बीच समसप्तक योग का बनना आतंकवादी घटनाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ जातीय या सांप्रदायिक तनाव भी पैदा कर सकता है।


किसी पड़ोसी राज्य में तख्तापलट की संभावना भी है। किसी मुस्लिम देश में राजनीतिक उथल-पुथल व नेतृत्व परिवर्तन होगा।

13 अगस्त से 8 नवंबर के बीच भाद्रपद से कार्तिक मास पर्यंत तक खप्पर योग बनने से देश में महंगाई व भ्रष्टाचार के प्रति जन आक्रोश की भावना बढ़ेगी।

नववर्ष 2022 का बुध लग्नेश है और  बुध शनि की युति अपने आप में स्वतंत्र भाव रखती है, जो समाज में और प्रवृत्ति में निरंकुशता को बढ़ाएगी। शासन- प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए यह शुभ संकेत नहीं है। लेकिन दूसरी तरफ शनि बुध युति के कारण  जनकल्याण के लिए उत्तम योजनाएं भी बनेंगी जो देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करेंगी।

वर्ष 2022 में केदार योग बन रहा है जिसके प्रभाव से ऐतिहासिक चुनौतियों का सामना करते हुए कुछ नए कीर्तिमान स्थापित होने की बहुत संभावनाएं बनती हैं।  इस वर्ष 2022 में जून मध्य से सितम्बर के मध्य कोई ऐसी घटना घट सकती है, जिसके कारण पूरा विश्व भारत की ओर अपेक्षा की दृष्टि से देखेगा।

विज्ञान के क्षेत्र में खासकर इस साल संभावनाएं बहुत अधिक दिख रही हैं।

स्वास्थ्य क्षेत्र की बात करें तो बच्चों को बीमारियों से बचाने की सलाह दी जाती है।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com


 

Niyati Bhandari

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