अगस्त- 2021

7/28/2021 9:16:22 AM

पैसा और कारोबार
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल दशम भाव का स्वामी है और दशम भाव का स्वामी अपनी नीच राशि से निकल कर सूर्य की सिंह राशि में गोचर कर रहा है। सिंह राशि कर्क राशि के बाद की दूसरी राशि है लिहाजा मंगल अब दूसरे भाव में आ गए हैं। कुंडली का दूसरा भाव दशम भाव का पांचवां भाव होता है। कर्क राशि के जिन लोगों के पास नौकरी नहीं है और वह नए रोजगार की तलाश कर रहे हैं, उन्हें मंगल की यह स्थिति नई नौकरी का मौका दे सकती है। इसके इलावा इस राशि के कारोबारी जातक भी अपने व्यापार में नए प्रयोग शुरू कर सकते हैं। जहां तक आय की बात है तो महीने के पहले दो सप्ताह आय के लिए ठीक हैं लेकिन इसके बाद आय भाव के मालिक शुक्र का नीच राशि में चले जाना आय के लिहाज से ज्यादा अच्छा नहीं है और आपको इस महीने पैसे की थोड़ी तंगी बनी रह सकती है। इस स्थिति के लिए अपने आप को तैयार रखें।

रिलेशनशिप
कर्क राशि के शादीशुदा जातकों के लिए रिलेशनशिप के लिहाज से अगस्त का महीना काफी राहत देने वाला है क्योंकि जून और जुलाई के महीनों के दौरान इस राशि के शादीशुदा जातकों के संबंधों में काफी तल्खी भी देखी है और यह सब मंगल के लग्न में और शनि के सप्तम में गोचर करने के कारण हो रहा था। अब मंगल की स्थिति में परिवर्तन होने से रिश्तों में स्थिरता आएगी। हालांकि फैमिली वाले भाव में अभी भी सूर्य और मंगल गोचर करेंगे। आपको संबंधों में अभी भी संयम के साथ काम लेना होगा और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा। जहां तक कर्क राशि के सिंगल्स का सवाल है तो अगस्त का महीना कर्क राशि के जातकों के लिए मिलेजुले प्रभाव वाला रहेगा। महीने के पहले पन्द्रह दिनों में आपको अपने पार्टनर के साथ वक़्त बिताने का मौका मिल सकता है लेकिन महीने के दूसरे हाफ में शुक्र के नीच राशि में जाने से आपसी संबंधों में थोड़ी कड़वाहट भी आ सकती है। संबंधों को लेकर ध्यान पूर्वक काम लें।

स्वास्थ्य
आइए अब बात करते हैं कर्क राशि के जातकों के स्वास्थ्य की हालांकि कुंडली में छठे भाव के स्वामी गुरु की स्थिति सुधरी है और गुरु अब राहु के नक्षत्र से निकल कर अपने मित्र गृह मंगल की राशि में गोचर कर रहे हैं। सितारा सेहत के लिहाज से सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा लेकिन कर्क राशि के जातकों के अगस्त महीने में ख़ास तौर पर दुर्घटना को लेकर सजग रहना होगा क्योंकि चन्द्रमा दूसरे भाव में बैठ कर अष्टम को देख रहे हैं। 16 अगस्त के बाद शुक्र और बुध भी यहां आकर त्रिग्रही योग बनाएंगे और सीधी दृष्टि के अष्टम भाव को देखेंगे। अष्टम भाव अचानक नुकसान और हादसे का भाव होता है और पाप ग्रहों के इस भाव अपर दृष्टि के चलते शरीर के निचले हिस्से में कोई न कोई समस्या पैदा हो सकती है। इस स्थिति को लेकर आपको सजग रहना होगा। इसके लिए ख़ासतौर पर 14 और 15 अगस्त का दिन ख़ास तौर पर परेशानी वाला रह सकता है क्योंकि इन दो दिनों में आपकी राशि का स्वामी चंद्र भी मंगल और सूर्य के प्रभाव में होगा।

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