दिल्ली में 3 युवतियों की बढ़ीं जरूरतें तो पार्क में करने लगी गंदा काम, जानें पूरा मामला
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 10:21 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पैसों की तंगी क्या कुछ नहीं करवाती! आगरा की तीन युवतियों ने अपनी बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऐसा रास्ता चुना, जिसे कोई भी सभ्य समाज 'गंदा काम' ही कहेगा। रोज़ सुबह आगरा से दिल्ली आती थीं, इंद्रप्रस्थ पार्क के आसपास मंडराती थीं और शाम होते ही अपनी कमाई लेकर लौट जाती थीं। किसी को भनक तक नहीं लगती थी कि पार्क की हरियाली में दिनभर क्या खेल चल रहा है। लेकिन जब सच सामने आया, तो पुलिस भी हैरान रह गई।
दिल्ली की इंद्रप्रस्थ पार्क के पास पुलिस ने हाल ही में तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो आगरा से रोजाना यहां आकर चोरी करती थीं। इन महिलाओं ने पुलिस के लिए भी सिरदर्द बना दिया था। इनका तरीका इतना शातिर था कि कई दिनों तक पुलिस की आंखों में धूल झोंकती रहीं।
जब जरूरतें बढ़ीं, तो चुनी जुर्म की राह
गिरफ्तार की गई तीनों महिलाएं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा की रहने वाली हैं। रेनू महोर, अराधना और मनीषा – ये तीनों गरीब परिवारों से ताल्लुक रखती हैं और अपने-अपने पतियों के साथ झुग्गियों में रहती हैं। इनके परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब थी। ना पढ़ाई, ना नौकरी और ऊपर से बच्चों की जिम्मेदारी। ऐसे में पैसों की कमी ने इन्हें अपराध की दुनिया में धकेल दिया।
कैसे करती थीं वारदात? सुबह से शाम तक चलती थी 'कमाई'
इन महिलाओं का प्लान एकदम फिल्मी था। ये तीनों सुबह आगरा से ट्रेन पकड़तीं और दिल्ली पहुंचते ही इंद्रप्रस्थ पार्क के आसपास टहलना शुरू कर देतीं। इनका निशाना होते थे पार्क में घूमने वाले लोग, खासकर महिलाएं। ये बड़ी चालाकी से उनके गले से चेन उड़ा लेतीं और शाम को वापस आगरा लौट जाती थीं। ये सिलसिला कई दिनों तक चला और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
इलाके में बन चुकी थीं कुख्यात, फिर भी नहीं पकड़ पाई थी लोकल पुलिस
इनकी हरकतों की चर्चा धीरे-धीरे इंद्रप्रस्थ पार्क इलाके में फैलने लगी। पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने की पुलिस को इनके बारे में जानकारी मिली लेकिन हर बार ये महिलाएं बच निकलती थीं। आखिरकार मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया।
ऐसे चढ़ीं क्राइम ब्रांच के हत्थे
क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि तीनों महिलाएं रिंग रोड स्थित इंद्रप्रस्थ पार्क से सराय काले खां की तरफ जा रही हैं। टीम ने तुरंत घेराबंदी की और तीनों को धर दबोचा। तलाशी में इनके पास से 15 से 20 ग्राम वजनी दो सोने की चेन बरामद की गईं।
पूछताछ में हुआ खुलासा: सालों से कर रहीं थीं चोरी
पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
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रेनू महोर – अनपढ़, तीन बच्चों की मां, पति मजदूरी करता है, दो साल से चोरी कर रही थी।
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अराधना – 30 साल की, पति फैक्ट्री मजदूर, 5 साल से चोरी कर रही थी।
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मनीषा – पति बेरोजगार, बच्चों की जिम्मेदारी ने चोर बना दिया, 4 साल से वारदात में शामिल थी।
तीनों महिलाओं का नाम अब तक पुलिस रिकॉर्ड में नहीं था। ये किसी प्रोफेशनल गैंग का हिस्सा नहीं थीं, बल्कि अपनी गरीबी से लड़ते हुए इस रास्ते पर चल पड़ी थीं।