Sofik SK का 16 मिनट का वीडियो, Sweet Jannat का MMS- इन वायरल स्कैंडल्स ने हिला दिया सोशल मीडिया
punjabkesari.in Monday, Dec 01, 2025 - 03:30 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारत में डिजिटल सुरक्षा की चेतावनी लाल हो गई है। नवंबर 2025 में सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया में लगातार चार बड़े वायरल वीडियो स्कैंडल्स ने सनसनी मचा दी। इन घटनाओं ने साफ कर दिया कि AI, डीपफेक और डिजिटल मैनिपुलेशन अब केवल फिल्मों या क्रिएटर्स तक ही सीमित नहीं, बल्कि आम लोगों और सोशल मीडिया स्टार्स के लिए भी गंभीर खतरा बन चुके हैं।
1. भोजपुरी स्टार काजल कुमारी का MMS विवाद
महीने की शुरुआत में भोजपुरी इंडस्ट्री में हड़कंप मच गया, जब 15 साल की काजल कुमारी के नाम से एक कथित MMS वीडियो वायरल हो गया। वीडियो इतनी तेजी से फैल गया कि देशभर में ट्रेंड करने लगा। जांच में सामने आया कि यह AI Deepfake Technology से बनाया गया था। फेस-मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल करके किसी अन्य व्यक्ति के चेहरे पर काजल का चेहरा चिपकाया गया। काजल ने इसे अपनी डिजिटल चरित्र हत्या बताया और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। वीडियो का स्रोत एक अंतरराष्ट्रीय पोर्न-बॉट नेटवर्क निकला।
2. पश्चिम बंगाल के Sofik SK का 16 मिनट का वीडियो
डिजिटल क्रिएटर सोफिक एसके का नाम तब सुर्खियों में आया जब उनका 16 मिनट का प्राइवेट वीडियो अचानक सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। सोफिक का कहना है कि यह वीडियो पुराना है और इसे उनके करीबी ने बदला लेने के लिए लीक किया। इसके बाद एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ लिपलॉक करते दिख रहे थे। जांच में यह स्टेज्ड और एडिटेड सामग्री निकली। यह मामला डिजिटल क्रिएटर्स के बढ़ते टारगेटिंग खतरे को उजागर करता है।
3. असम की कंटेंट क्रिएटर धुनु जुनी: AI Body-Swap
असम की उभरती सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर धुनु जुनी का कथित निजी वीडियो वायरल हुआ। फॉरेंसिक जांच में पता चला कि यह AI Body-Swap Technology से तैयार किया गया था। वीडियो की लाइटिंग और बैकग्राउंड सही नहीं थे, फेस मूवमेंट्स प्राकृतिक नहीं थे और AI डिस्टॉर्शन साफ दिखाई दे रहा था। धुनु जुनी ने कहा, AI ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।" यह घटना दिखाती है कि नॉर्थ-ईस्ट के डिजिटल क्रिएटर्स भी अब साइबर गैंग्स के निशाने पर हैं।
4. इंस्टाग्राम की स्वीट जन्नत का MMS
इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर स्वीट जन्नत का 19 मिनट 34 सेकंड लंबा MMS वीडियो भी इंटरनेट पर हंगामा मचा गया। यह वीडियो AI-जनरेटेड डीपफेक था। वीडियो वायरल होने के बाद गलत तरीके से इसे असली मान लिया गया। स्वीट जन्नत ने खुद सफाई जारी की और मामले को क्लियर किया। वीडियो कुछ ही घंटों में 16 मिलियन व्यूज पार कर चुका था।
AI-जनरेटेड फेक कंटेंट का खतरा
इन चार विवादों ने दिखा दिया कि डीपफेक और AI-जनरेटेड फेक वीडियो अब किसी भी व्यक्ति की पहचान और निजी जिंदगी को खतरे में डाल सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, अब ये वीडियो केवल मिनटों में बनाए जा सकते हैं और क्वालिटी इतनी वास्तविक होती है कि आम दर्शक असली और फेक में फर्क नहीं कर पाते।
