भारतीय मूल्यों के प्रतीक हैं 'श्री राम'

Sunday, Mar 21, 2021 - 01:19 PM (IST)

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दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ समापन
नई दिल्ली: राम भारतीय सभ्यता, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों के प्रतीक हैं। उनकी विराट शख्सियत धार्मिक बंधनों के दायरों में सीमित नहीं है। राम का चरित्र, उनका व्यवहार, उनका आचरण, उनका जीवन प्रत्येक धर्म के अनुयायियों के लिए एक आदर्श हैं। यह बात स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज प्रिंसिपल प्रो.प्रवीण गर्ग ने शुक्रवार को कॉलेज प्रांगण में राम-कथा के विविध आयाम  विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी में शनिवार को समापन अवसर पर अपने संबोधन में कहीं। इसके साथ ही प्रो. प्रवीण गर्ग ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि दिल्ली विश्वविद्यालय के किसी भी कॉलेज में पहली बार इस तरह संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय से सिद्ध स्वामी श्रद्धानन्द कॉलेज द्वारा भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद्, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय अनुदान से  राम - कथा के विविध आयाम विषय पर शुक्रवार-शनिवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। मु यवक्ता हिन्दी विभाग,डीयू, निदेशकय हिन्दी माध्यम कार्यान्वय निदेशालय,दिल्ली प्रो.कुमुद शर्मा ने कहा कि राम का चरित्र आपको एक राम का चरित्र आपको एक रागात्मक चेतना से जोड़ता है। गार्गी कॉलेज प्रध्यापिका, डॉ. ममता त्रिपाठी ने लोक कथाओं एवं लोक संगीत द्वारा विभिन्न देशों जैसे मलेशिया, क बोडिया, थाईलैंड आदि में राम कथा की व्यापकता का वर्णन किया।
 

Jyoti

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